पंचायती राज अधिनियम की अवहेलना कर रहे सक्ती जनपद सीईओ: जनपद उपाध्यक्ष ममता प्रेम पटेल

सक्ती। क्षेत्र का विकास ही जनप्रतिनिधियों का प्रथम कर्तव्य होता है हमें ग्रामीण चुनते हैं कि हम गांव के विकास के लिए कार्य करें यही कारण है कि हम सभी जनपद सदस्य राजनीति से परे हटकर विकास के मुद्दों पर एकराय होकर कार्य करते हैं। उक्त बातें जनपद पंचायत सक्ती की उपाध्यक्ष ममता प्रेम पटेल ने एक मुलाकात में कही।
ज्ञात हो कि जनपद पंचायत सक्ती में 15वें वित्त अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के विकास हेतु 127 कार्य जिसकी लागत लगभग 2 करोड़ 45 लाख है। सामान्य सभा की बैठक में सदन के अनुमोदन से सदस्यों द्वारा सहमति प्रदान की गई। जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती पटेल ने जनपद सीईओ डी एस यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जनपद सीईओ को पंचायती राज अधिनियम का जानकार होना चाहिए मगर सक्ती जनपद की विडंबना है कि यहां प्रभारी के रूप में ही अधिकारियों की पदस्थापना की जाती है और वर्तमान प्रभारी जनपद सीईओ द्वारा पंचायती राज अधिनियम का मख़ौल उड़ाते हुए सदन में पारित संकल्पों की लगातार अवहेलना की जा रही है। श्रीमती पटेल ने आगे कहा कि हम जनपद सदस्य ग्रामीण विकास के लिए दृढ़ संकल्पित रहते हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारी अपने कर्तव्यों को लेकर गांव के विकास के लिए तत्तपर रहते हैं यही कारण है कि वर्किंग कमेटी का अध्यक्ष अनुविभागीय अधिकारी राजस्व होता है उनकी अध्यक्षता में ही वर्किंग कमेटी की बैठक होती है जिसमें ग्रामीण विकास के लिए कार्ययोजना बनाई जाती है।
कार्ययोजना के पश्चात सामान्य सभा की बैठक में चयनित कार्यों का अनुमोदन किया जाता है। श्रीमती पटेल ने आगे कहा कि नियमोँ के अनुसार प्रक्रिया का पालन करते हुए जनपद सक्ती द्वारा कार्यों का अनुमोदन किया गया है जिसे वर्तमान जनपद सीईओ नियमों को ताक में रखकर मनमानी पूर्वक कार्य किया जा रहा है।