
सक्ती। अद्भुत और नए कला के लिए जाने व पहचाने जाने वाले अमित तम्बोली नगर में हमेशा सुर्खियां बटोरते रहते हैं। तो इस बार नए रूप का सीख देता रावण बना अमित ने अपनी कला से सबका मन मोह लिया।
कभी पतंग तो कभी गणेश जी की प्रतिमा बनाने की कला तो हर वर्ष नए अंदाज में रावण दहन इनकी विशेष उपलब्धि के साथ साथ आकर्षक का केंद्र भी राहत है। इसी कड़ी में लोगों को अपनी कला का लोहा मनवा चुके अमित तम्बोली द्वारा इस वर्ष विजयदशमी के अवसर पर बुराई यानी रावण दहन के लिए 5 सर वाला 8 इंच का रावण बनाया गया है। वहीं आकर्षण का मुख्य केंद्र यह है कि रावण डांडिया खेल रहा है। इसे देख लोगों में काफी उत्साह है। साथ ही गरबा खेलते हुए रावण बीच बीच में अपनी हाहाकार वाली हंसी हंस रहा है और मैं हूं दशानन, मैं हूं लंकेश भी बोलता हुआ दिख रहा है। वहीं इस आकर्षक रावण द्वारा लोगों से विनती भी की जा रही है कि मुझे मत जलाओ, अपने अंदर की बुराइयों को जला दो, मुझे मत मारो अपने भीतर के अवगुणों को मारो, कह कर लोगों को जागृत भी कर रहा है। रावण का यह रूप देख लोग काफी मजे ले रहें हैं। वहीं कलाकार अमित के कला की भी दिल खोल प्रशंसा कर रहें है।