
चोरी पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही पुलिस, रामपुर चौकी क्षेत्र के सीएसईबी कॉलोनी में फिर हुई चोरी, नर्सिंग होम में काम करने वाली नर्स को इस बार चोरों ने लगाई चपत…
दिलीप कुमार वैष्णव @आपकी आवाज
कोरबा छत्तीसगढ़ :रामपुर चौकी थाना कोतवाली क्षेत्र में चोरों का मनोबल बढ़ा हुआ है। बीते माह में दो घरों को निशाना बना लगभग लाखों के गहनों समेत नगदी पर चोरों ने हाथ साफ चुके है। चोर लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बन चोरियों की गणना करने में लगी है। पुलिस के नाकाम होने से चोरों के हौसले बुलंद है और लगातार चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं।
रामपुर पुलिस चौकी क्षेत्र के अंतर्गत सीएसईबी कॉलोनी में पिछले रात्रि चोरों ने एक आवास को निशाना बनाने के साथ यहां से लगभग 01 लाख रुपया का सामान पार कर दिया । इसमें जेवर और नगदी शामिल हैं। इस मामले की जानकारी होने पर पुलिस और स्निफर डॉग ने यहां का जायजा लिया। इस घटना में किन तत्वों का रोल हो सकता है, पुलिस इसकी जांच पड़ताल कर रही है। अपराध नियंत्रण के लिए भले ही पुलिस के द्वारा काम किए जा रहे हो लेकिन अराजक तत्वों ने अपनी कोशिश जारी रखी है वे आए दिन यहां वहां मकान और दुकान को निशाने पर लेने के काम में लगे हुए हैं इसी कड़ी में रामपुर पुलिस चौकी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सीएसईबी कॉलोनी के आवास क्रमांक एनी 60 को चोरों ने निशाना बनाया इससे आवास में रहने वाली राम कुमारी को चोरी की घटना में लाखों की चपत लगी है । पावर हाउस रोड कोरबा में संचालित निजी नर्सिंग होम में काम करने वाली राम कुमारी नाइट शिफ्ट पर काम करने के लिए गई हुई थी इस दौरान चोरों ने यहां पर ताला तोड़ने के साथ में चांदी के जेवर और नगदी रकम पार कर दी अगली सुबह घर पहुंचने पर राम कुमारी को चोरी की जानकारी पुलिस को सूचना दिए जाने पर पुलिस की टीम स्निफर डॉग के साथ यहां पहुंची और जांच पड़ताल की राम कुमारी ने बताया कि बड़े बेटे के लिए सामान खरीदने की हिसाब से उन्होंने नगदी रकम रखी थी उनके अरमानों पर चोरों ने पानी फेर दिया।राम कुमारी ने बताया कि इससे पहले भी एक मौके पर उनके यहां पर चोरी की घटना हो चुकी है इसमें कई लाख रुपए का सामान पार हो गया था लेकिन निजी कारणों से उन्होंने इसकी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज नहीं कराई थी।
चोर लगातार घरों को निशाना बनाते जा रहे हैं परंतु पुलिस को चोरी की भनक तक नहीं लग रही है। और अपनी सुरक्षा को लेकर रतजगा करने को मजबूर हैं।