छत्तीसगढ़

कृषि वैज्ञानिकों ने किया तिलहनी फसलों का निरीक्षण

दंतेवाड़ा । कृषि विज्ञान केन्द्र दंतेवाड़ा द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन अंतर्गत समूह अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के तहत दंतेवाड़ा जिले में तिलहनी फसलों का प्रदर्शन लगाया गया हैं। इस संबंध में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर से आये वैज्ञानिक डॉ. जी. पी. आयाम, डॉ. एन. सी. मंडावी एवं डॉ. एन. नाग ने कटेकल्याण ब्लाक के गाटम गांव में 12 एकड़. में प्रदर्शित रामतिल फसल का अवलोकन करते हुए कृषकों से सीधे संवाद किया।

इस दौरान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. प्रवीण कुमार निषाद ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले में तिलहनी फसलों की रकबा क्षेत्र विस्तार हेतु मूंगफली 40 हेक्टेयर एवं रामतिल 30 हेक्टेयर में किसानों के खेत में प्रदर्शन लगाया गया है। इस तिलहनी फसल का किसान अपने घरेलू उपयोग के साथ-साथ बाजार में विक्रय कर सकेंगे जिससे उनकी आमदनी बढ़ेगी।

इस निरीक्षण में कृषि वैज्ञानिक डॉ. आयाम ने किसानों को समझाइश देते हुए कहा कि फसलों को समय पर कतार बुआई करने के अलावा पानी एवं पोषक तत्व प्रबंधन समय में करे। जिससे मौसम की बदलाव का प्रभाव कम पड़े. एवं अधिक उपज प्राप्त हो। इसके साथ ही उन्होने कहा कि कृषक इस संबंध में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों का सलाह मश्वरा अवश्य करे। इसके अलावा डॉ. मंडावी ने किसानों को बताया कि अपने फसल चक्र में तिलहनी फसल को भी शामिल करें क्यों कि इसका बाजार मूल्य भी अधिक प्राप्त होता हैं और आमदनी में भी वृद्धि होती है।

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