धौराभांठा:- जिले के तमनार ब्लॉक अंतर्गत खुरुषलेंगा के आश्रित ग्राम लमडांड़ में 10जनवरी2025को सुबह खड़ी स्कूली वेन को अनियंत्रित होकर टेलर ने मारी टक्कर, जिससे वेन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना 8.30 बजे सुबह की बताई जा रही है, घटना में ओड़िशा से आरही ओभरलोड टेलर क्र.- OD16-5416 के ड्राइवर शराब पी कर अनियंत्रित तरीका से टेलर को चला कर खड़ी स्कूली वेन को पिछे से ठोकर मार दिया। वेन में अध्यापक व बच्चे बैठे हुए थे। गनीमत रहा की बच्चों को कुछ नहीं हुआ ।
लमडांड ग्रामवासियों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसी घटना आय दिन हो रहा है इसका मुख्य कारण सड़क पर लगाये गार्ड की लापरवाही के कारण होता है, कोई भी गार्ड सही तरिका से सड़क पर ड्यूटी नहीं करते हैं,
पालीघाट, हमीरपुर, भगोरा, कुसमेल से स्कूली बच्चे धौराभांठा को पढ़ने जाते हैं, जिनकी कोई सुरक्षा किसी के द्वारा नहीं किया जा रहा है। जब कोई घटना-दूर्घटना घटित होता है तो मामला सुलझाने क्षेत्र के तमाम नेता, जनप्रतिनिधि एवं शासन प्रशासन घटना स्थल आकर पब्लिक की सुरक्षा कई वादे करते हैं लेकिन आज तक कोई भी वाद पूरा नहीं हुआ है।
शासन प्रशासन कोयला कम्पनी की को बचाने में लगे हैं। बताया जा रहा है कि टेलर वाहन डाईवरों के पास लाईंसेंस भी नहीं है… ऊपर से नशा करके गाड़ी चला रहा था
क्या आम जनता व स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई फरिस्ता क्षेत्र में नहीं है… जनता की आवाज को सुन सके….?
घटना स्थल पर उपस्थित क्षेत्र के समाजीक कार्यकर्ता रमेश बेहरा ने मिडिया से बात- चीत में बताया कि इससे पूर्व में धौराभांठा व लमडांड में घटित घटना की समीक्षा के दौरान लिखित रूप से रोड़ सुरक्षा के लिए मांग पत्र शासन-प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें- रोड़ बाईपास की व्यवस्था अति शीघ्र लमडांड ग्राम से हुंकराडिपा चौक तक करने की कृपा करें। वाहनों गति नियंत्रण हेतु बैरिकेड की व्यवस्था किया जाए । वाहनों की अधिकतम गति सीमा 10 किलोमीटर प्रति घंटा चौक चौराहे एवं ग्राम के पास से अधिक नहीं होनी चाहिए । इसके लिए उचित उपाय की जाए चौक चौराहों पर एवं ग्राम के मुख्य सड़क में रात एवं दिन में 12 सुरक्षागार्ड की व्यवस्था किया जाए। बायपास रोड के किनारे लाइट प्रकाश की व्यवस्था किया जाए।
प्रति आवागमन चालक ड्राइवर की ड्राइवरी लाइसेंस सत्यापन किया जाए एवं चालक नशे की हालत में रहने पर कार्यवाही की जाए। अगर चालक मोबाइल पर बात करते हुए या नशे जैसी हालत में हो तो कोई भी ग्रामवासी ड्राइवर से पूछताछ कर तत्काल थाना में सूचना दे सकते सकें। सभी वाहन चालक गाड़ियों में ओवरलोडिंग ना करें एवं प्रति सप्ताह प्रशासन इस पर विशेष ध्यान देवें। इन सभी सुरक्षात्मक उपलब्धि की मांग रखी गई थी, जो आज पर्यंत तक शासन-प्रशासन के द्वारा कार्यवाही करने में कोताही बरती जा रही है। जो बहुत दुःख की बात है। हमारे धौराभांठा में क्षेत्र के कई गांव से स्कूली बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं जो कि सुबह के समय छ: बजे से 10 बजे तक सडकों पर आवाजाही रहती है उस बीच में भी लापरवाही पूर्वक कोयला लोड टेलर वाहनों को चलाया जा रहा है जो सीधे आगे घटनाओं को न्यौता दे रही है।
प्रशासन इस पर गंभीरता से नहीं लेता है तो क्षेत्रवासियों के साथ उग्रआंदोलन के लिए बाद्य होंगे। रमेश बेहरा….