बिग ब्रेकिंग: नहीं रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोती लाल वोरा…. द एस्कोर्ट हॉस्पिटल में ली अंतिम
भिलाई। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का निधन हो गया है। दिल्ली के एस्कार्ट हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली है। फिलहाल परिवार के सभी सदस्य हॉस्पिटल में हैं। वे 92 साल थे और बीते कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने रविवार का ही अपना जन्मदिन मनाया था।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में रहने वाले मोतीलाल वोरा कांग्रेस पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली। मोतीलाल वोरा ने कई वर्षों तक पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करते हुए पत्रकारिता की और बाद में 1968 में राजनीति में प्रवेश किया। इनका राजनीतिक जीवन काफी सफल रहा। अविभाजित मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री रहे मोतीलाल वोरा ने उत्तरप्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दी। वे लंबे समय तक एआईसीसी के कोषाध्यक्ष भी रहे।
मोतीलाल वोरा का राजनीतिक सफर
पहली बार 1970 में अविभाजित मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में जीत मिली मध्य प्रदेश ‘राज्य सड़क परिवहन निगम के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए।
1977 और 1980 में दोबारा विधानसभा में चुने गए और उन्हे 1980 में अर्जुन सिंह मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाली।
मोतीलाल वोरा 1983 में कैबिनेट मंत्री बने और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त हुए।
13 फरवरी 1985 में मोतीलाल वोरा को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया।
13 फरवरी 1988 को मोतीलाल वोरा ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर 14 फरवरी 1988 में केंद्र के स्वास्थ्य परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
अप्रैल 1988 में मोतीलाल वोरा राज्यसभा के लिए चुने गए
26 मई 1993 से 3 मई 1996 तक मोतीलाल वोरा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद पर आसीन रहे