
दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को अब नहीं करनी होगी इलाज की चिंता, सरकार ने जारी की नई गाइडलाइन
छत्तीसगढ़ सरकार ने सड़क दुर्घटना के पीड़ितों के लिए एक अहम और राहत भरी योजना की शुरुआत की है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रेसवार्ता में घोषणा की कि अब सड़क दुर्घटना में घायल किसी भी व्यक्ति का इलाज ‘आयुष्मान भारत योजना’ के अंतर्गत पूरी तरह निःशुल्क किया जाएगा।
मंत्री जायसवाल के मुताबिक, दुर्घटना के बाद पहले 7 दिनों तक हर घायल को अधिकतम डेढ़ लाख रुपये तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलेगी। यदि एक ही परिवार के दो सदस्य दुर्घटना में घायल होते हैं, तो उन्हें कुल 3 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। इसके लिए राज्य के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
यह योजना राज्य में आयुष्मान योजना से जुड़े पैनल अस्पतालों में लागू होगी। इसके साथ ही ट्रॉमा और पॉलीट्रॉमा सुविधाओं वाले अस्पतालों को भी इस योजना में शामिल किया जा रहा है, जिससे आपात स्थितियों में त्वरित और बेहतर इलाज संभव हो सके। सरकार ने इस संबंध में स्पष्ट गाइडलाइन भी जारी की है और कहा है कि किसी तरह की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर सरकार अलर्ट
स्वास्थ्य मंत्री ने प्रेसवार्ता में यह भी बताया कि राज्य सरकार कोरोना वायरस के संभावित नए वेरिएंट को लेकर पूरी तरह सतर्क है। दवाओं की उपलब्धता, मैनपावर और स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों को पुख्ता कर लिया गया है।
रायपुर में शुरू हुई कोविड ओपीडी
राज्य की राजधानी रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में शुक्रवार से कोविड ओपीडी की शुरुआत की गई है। इस विशेष ओपीडी में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच और प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।