खरसिया रेलवे ओवरब्रिज निर्माण में देरी के खिलाफ कांग्रेस का धरना
विधायक की खरी-खरी : खरसिया में रेलवे ओवरब्रिज बनने तक जारी रहेगी हर लड़ाई
खरसिया, 10 दिसंबर: रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण खरसिया के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है, लेकिन इसे लेकर चल रही राजनीतिक खींचतान ने जनता की उम्मीदों को झटका दिया है। आरओबी निर्माण में हो रही देरी के खिलाफ आज तहसील ऑफिस के सामने मदनपुर, खरसिया में छत्तीसगढ़ पूर्व मंत्री एवं खरसिया के विधायक उमेश पटेल के नेतृत्व में खरसिया कांग्रेस ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की। इस दौरान अपने संबोधन में पूर्व मंत्री एवं विधायक उमेश पटेल ने भाजपा सरकार पर विकास कार्यों में बाधा डालने और श्रेय लेने की ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जमकर गरजे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इस रेलवे ओवरब्रिज के लिए 64.95 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी थी, और इसका भूमिपूजन 14 सितंबर 2022 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 26 फरवरी 2024 को वर्चुअल शिलान्यास किया। बावजूद इसके, भाजपा सरकार के असहयोगात्मक रवैये के कारण इस परियोजना में देरी हो रही है।
उमेश पटेल ने सरकार को चेतावनी दी कि भाजपा की डबल इंजन सरकार विकास कार्यों में राजनीति करना बंद करे, अन्यथा खरसिया की जनता अपना हक हासिल करने के लिए संघर्ष करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक खरसिया में रेलवे ओवरब्रिज धरातल पर नहीं दिखता। भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल की आलोचना करते हुए पटेल ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप हो चुकी है। अब न केवल आम जनता बल्कि अधिकारी और कर्मचारी भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा सरकार के एक साल के कार्यकाल को “विफलता का प्रतीक” बताया। उन्होंने भाजपा सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा आम जनता के साथ खड़ी रहेगी और अन्याय के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी, चाहे अन्याय भाजपा या किसी भी दल के व्यक्ति के साथ हो।
रेलवे ओवरब्रिज का श्रेय किसे?
अपने उद्बोधन में उमेश पटेल ने व्यंग्य करते हुए जनता से पूछा कि ”खरसिया में रेलवे ओवरब्रिज बनने का श्रेय उन्हें न मिल जाए, ऐसा कौन नहीं चाहता? मैं किसी का नाम नहीं ले रहा हूं लेकिन आप समझ रहे हैं।” जनता ने इस पर जमकर ठहाके लगाए और भाजपा के एक मंत्री का नाम लेकर चुटकी ली।
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर साधा निशाना
धरना प्रदर्शन में उपस्थित कांग्रेस नेताओं और जनता ने रेलवे ओवरब्रिज निर्माण में हो रही देरी के लिए भाजपा सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया। जिला पंचायत अध्यक्ष निराकरण पटेल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रणधीर शर्मा, भोगसिंह राठिया, अभय मोहंती, सुखदेव डनसेना, कैलाश अग्रवाल, मनोज गवेल, श्रीमती नयना गवेल, धरम लाल भारद्वाज, रामकिशुन आदित्य, जमील कुरैशी, मैत्री कनेर, धनेश गवेल, राहुल महंत, नवीन गुप्ता सहित कई अन्य नेताओं ने भाजपा की गलत नीतियों पर जमकर सवाल उठाए।
उमेश ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
धरना प्रदर्शन के बाद विशाल जनसमूह के साथ उमेश पटेल और कांग्रेस नेताओं ने तहसीलदार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि निर्माण कार्य जल्द शुरू नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया के लिए हम बाध्य होंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी सरकार और प्रशासन की होगी।
बाइक रैली में युवाओं ने भरी हुंकार
कार्यक्रम से पहले युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के युवाओं ने शहीद नंदकुमार पटेल स्मारक स्थल से मोटरसाइकिल रैली निकाली। “खरसिया में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण जल्द शुरू करो” के नारे लगाते हुए युवाओं ने जनता का समर्थन जुटाया। कार्यक्रम का संचालन राम शर्मा ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष मनोज गवेल ने किया। बहरहाल इस मुद्दे पर भाजपा की चुप्पी और कांग्रेस की मुखरता ने खरसिया की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। अब देखना होगा कि इस संघर्ष का परिणाम कब और कैसे सामने आता है।