बसपा विधायक ने अधिकारियों पर लगाया रिश्वत लेने का आरोप, मंत्री ने विधानसभा में की जांच कराने की घोषणा:
आशीष तिवारी रायपुर
रायपुर : जांजगीर-चांपा की पामगढ़ विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी की विधायक इंदू बंजारे ने अधिकारियों पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में सोमवार को विधायक इंदू बंजारे ने कहा कि जांजगीर-चांपा जिले के आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी रिश्वत की मांग करते है।
प्रश्नकाल के दौरान विधायक के जवाब में आदिवासी विकास विभाग के मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा, आरोपों की जांच कराएंगे। उन्होंने कहा, विधायक के शिकायतों की जांच करा लेते हैं। बसपा की इंदू बंजारे पहली बार विधायक चुनी गई हैं। बसपा विधायक इंदू बंजारे ने प्रश्नकाल में आदिवासी विकास विभाग के आश्रमों-छात्रावासों में संविदा पर तैनात रसोइयों के मानदेय को लेकर सवाल पूछा था।
मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने लिखित उत्तर में उन्हें बताया, आश्रमों–छात्रावासों में संविदा पर कोई रसोइया नहीं रखा गया है। बसपा विधायक ने उनके जिले में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने कहा, उनके जिले में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास पीसी लहरे और उनके बाबू हर काम का पैसा लेते हैं। उन्हीं लोगों का काम होता है, जिन्होंने रिश्वत दी हुई है। विधायक ने दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
इस सत्र में तीसरी बार श्रद्धांजलि
विधानसभा में सोमवार को सबसे पहले दिवंगत पूर्व मंत्री झितरुराम बघेल को श्रद्धांजलि दी गई। उनके सम्मान में सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित रही। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे बघेल का रविवार को निधन हो गया था। शीतकालीन सत्र में यह तीसरा मौका था, जिसमें सदन में किसी दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी गई।
21 दिसम्बर को सत्र शुरू हुआ तो हीरासिंह मरकाम, पूरनलाल जांगड़े, लाल महेंद्र सिंह टेकाम और घनाराम साहू के निधन पर शोक जताया गया। 22 दिसम्बर को सदन में मध्य प्रदेश के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के निधन पर शोक जताया। उस दिन सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित रही।