तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद धारा 370 को लेकर उठी मांग

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों (3 Farm Laws) के वापस लेने के बाद तमाम राजनीतिक दल अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस बीच जम्मू कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने मोदी सरकार से धारा 370 को लेकर बड़ी मांग की है। उन्होंने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले का जहां स्वागत किया, वहीं केंद्र सरकार की मजबूरी को भी बताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला सरकार ने चुनावों की वजह से लिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि तीन विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने का केंद्र सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है। अब उन्होंने उम्मीद जताई है कि सरकार ने साल 2019 यानी 5 अगस्त को जो फैसला जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को लेकर किया था। उसको भी ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में की गई गलतियों में सुधार करे और अपना वह फैसला वापस ले।

महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर जानकारी दी कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने और माफी मांगने का फैसला स्वागत योग्य है। भले ही यह फैसला चुनाव को देखते हुए लिया गया हो। चुनाव में हार के डर से लिया गया हो। विडंबना है कि बीजेपी को वोट के लिए भारत में लोगों को खुश करने की जरूरत है। ऐसे में कश्मीरियों को दंडित और अपमानित करने से उनके प्रमुख वोटरों को संतुष्टि मिलती है। उन्होंने आगे कहा कि 5 अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था और राज्य को एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। अब उस फैसले पर भी सरकार को गौर करना चाहि। बीजेपी द्वारा केवल अपने मतदाताओं को खुश करने के लिए यह फैसला लिया था। उन्होंने साफ कहा कि मुझे सरकार से उम्मीद है कि वह इस गलती को भी सुधरेगी और अपना यह फैसला पलटेगी। जिस तरह से उसने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए अपना फैसला बदला है। जानकारी के लिए बता दें कि गुरु पर्व के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह देश को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने जनता से माफी मांगी और कहा कि शायद मेरे काम करने में कहीं कमी रह गई हो। लेकिन अब हमारी सरकार ने फैसला किया है कि हम हम तीन कृषि कानूनों को वापस लेंगे और इसकी प्रक्रिया आने वाले शीतकालीन सत्र में प्रस्ताव पेश कर इस कानून को रद्द किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button