
‘डिपॉजिट’ पर सियासी जंग, सीएम बघेल बोले- चिंतित हूँ डॉक्टर साहब, कहीं आप स्मृतिलोप के शिकार तो नहीं हो गए हैं?
रायपुर. पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह और सीएम भूपेश बघेल के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. ‘डिपॉजिट’ पर सियासी वार-पलटवार जारी है. सीएम बघेल ने ट्वीट कर कहा कि चिंतित हूं डॉक्टर साहब! कहीं आप स्मृतिलोप के शिकार तो नहीं हो गए हैं? यूपी रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान भी सीएम बघेल ने डॉ रमन सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि निगम मंडलों की राशि राज्य सरकार के खाते में जमा करने रमन सिंह के ट्वीट पर बोले कि रमन सिंह की सरकार में भी 2013 में इस तरह का आर्डर जारी हो चुका है. उसके कार्यकाल में भी सारे विभागों के डिपॉजिट जमा किए गए थे. रमन सिंह का ट्विटर हैंडल जो चला रहे हैं या तो वो रमन सिंह जी से पूछते नहीं या फिर रमन सिंह की याददाश्त कम हो गई है. 15 साल सत्ता में रहे यह एक सार्वजनिक प्रक्रिया है. जो मध्यप्रदेश शासन काल से चली आ रही है. भाजपा सरकार में भी हुआ. अब हमारी सरकार में ही भी यह प्रक्रिया चल रही है. जनवरी-फरवरी महीने में इस तरह प्रक्रिया की जाती है. ताकि सारी चीजें व्यवस्थित हों.
बता दें कि सरकारी खाते में राशि जमा करने के आदेश पर पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने एक बार से राज्य सरकार पर तीखा तंज कसा. डॉ रमन सिंह ने राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश की कॉपी को टैग करते हुए ट्वीट कर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार दिवालिया हो गई है? शायद ही किसी राज्य में ऐसा होता हो कि निगम मंडलों में इमरजेंसी के लिए जमा राशि को सरकार के डिपॉजिट में जमा करने कहा जाए. 3 साल में 51000 करोड़ से अधिक का कर्ज फिर भी यही स्थिति. भूपेश बघेल जी ने छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम बना दिया है.