
नई दिल्ली । केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रक्षा मंत्रालय में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा और उनके एक सहयोगी को रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। CBI ने आरोपियों के कब्जे से कुल 2.36 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं।
CBI के अनुसार, लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा के पास से 2.23 करोड़ रुपये, जबकि उनकी पत्नी के पास से 10 लाख रुपये नकद जब्त किए गए। शर्मा पर बेंगलुरु की एक निजी कंपनी से 3 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप है।
क्या है पूरा मामला
CBI की जांच में सामने आया है कि लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा रक्षा उत्पादों के निर्माण और निर्यात से जुड़ी निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रच रहे थे। आरोप है कि वे कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाने के बदले रिश्वत लेते थे।
बेंगलुरु की एक कंपनी से 3 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। कंपनी के मामलों को राजीव यादव और रवजीत सिंह देख रहे थे, जो लगातार कर्नल शर्मा के संपर्क में थे। विनोद कुमार नामक व्यक्ति ने बिचौलिये की भूमिका निभाते हुए रिश्वत की रकम दीपक कुमार शर्मा तक पहुंचाई।
रंगे हाथ पकड़े गए
रिश्वत की शिकायत मिलने के बाद CBI ने जाल बिछाया और लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इसके बाद CBI टीम ने उनके आवास पर छापेमारी की, जहां से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई।
कोर्ट में पेशी
दीपक कुमार शर्मा और विनोद कुमार को 20 दिसंबर को अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को 23 दिसंबर तक CBI हिरासत में भेज दिया गया है।
कौन हैं दीपक कुमार शर्मा
दीपक कुमार शर्मा रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हैं। वे डिप्टी प्लानिंग ऑफिसर (इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड एक्सपोर्ट्स) के रूप में कार्यरत थे। उनका निवास नई दिल्ली में है, जबकि उनका परिवार राजस्थान के श्रीगंगानगर में रहता है।
उनकी पत्नी कर्नल काजल बाली राजस्थान के श्रीगंगानगर में स्थित 16वीं इन्फैंट्री डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट (DOU) की कमांडिंग ऑफिसर हैं। उनका नाम भी मामले में सामने आया है, हालांकि अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।














