
रायगढ़ 29 नवंबर 2021
रायगढ़ जिला अंतर्गत रेडी टू ईट निर्माणकर्ता महिला स्व सहायता समूह संघ ने छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है जिसमें लिखा है कि उपरोक्त संदर्भित पत्र क्रमांक F-3-55/2016/50 दिनांक 26. 11. 2021 को पारित आदेश में राज्य शासन द्वारा महिला बाल विकास के अंतर्गत कार्यरत महिला स्व सहायता समूह द्वारा रेडी टू ईट कार्य कर रहे महिलाओं को बिना जानकारी दिए अनुबंध समाप्त कर दिया गया, जिनका रायगढ़ जिले में 108 महिला समूह जिसके अंतर्गत 1080 से अधिक महिलाएं जो गांव एवं शहर में कार्यरत थे। जो कि महिला एवं बाल विकास रायगढ़ को बराबर सेवा देती रही है जो कि उनका कार्य संतोषजनक है तथा संपूर्ण भारतवर्ष में भारी लाकडाउन में इनके द्वारा बराबर सहयोग देने का कार्य किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में हमारे छत्तीसगढ़ में 22000 महिला जो कि महिला एवं बाल विकास के अंतर्गत महिला स्व सहायता समूह से जुड़े हुए हैं, जो छत्तीसगढ़ शासन के आदेशानुसार सेवा देती आ रही है और निकट भविष्य में भी देंगी, किंतु राज्य शासन द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला स्व सहायता समूह के कार्य को समाप्त किए जाने का कोई औचित्य नहीं है। जो महिला समूह द्वारा निरंतर अपने कार्य के प्रति सजग एवं निष्ठावान बनाए रखे हैं। अगर इन्हें सेवा से वंचित किया जाता है तो इनका भविष्य अंधकार में हो जाएगा तथा इनके द्वारा इकाई का संचालन करने हेतु बैंकों द्वारा लिया गया ऋण चुकाने में असमर्थ हो जाएंगी एवं परिवार की परिवारिक स्थिति बिगड़ जाएगी।
महिला स्व सहायता समूह ने छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री से यह भी निवेदन किया है कि दिनांक 26 11 2021 को जो राज्य शासन के निर्णय एवं पारित आदेश को स्थगित करते हुए निरस्त किए जाने की कृपा करें एवं पूर्व की भांति महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से रेडी टू ईट निर्माण एवं वितरण कराने का आदेश देने की कृपा करें तथा महिलाओं से किए गए महिला सशक्तिकरण के वादे को पूर्ण करें।














