
जांजगीर। जांजगीर जिले के अकलतरा शहर में एक महिला के साथ तीन लोगों ने (Gang Rape) गैंगरेप करने के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद पहचान छिपाने की गरज से चेहरे को कुचलकर लाश नहर में बहा दी। हत्या और गैंगरेप के तीन आरोपियों में से मुख्य आरोपी महिला का परिचित है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उसका दोस्त महिला को पति का एक्सीडेंट होने की झूठी सूचना देकर साथ ले गया था। मिली जानकारी के मुताबिक अकलतरा के वार्ड नंबर 20 में रहने वाली महिला 9 अक्टूबर को काम पर जाने की बात कह कर घर से निकली थी। इसके बाद नहीं लौटी। पति ने गुमशुदगी दर्ज कराई और तीन युवकों के साथ जाने की आशंका जताई। इस बीच देर रात पुलिस को महिला का शव नहर में एक बोरी में मिला। वहीं पुलिस ने ग्राम तरौद निवासी चंद्रमणि वैष्णव, शिव महंत एवं सुरेंद्र श्रीवास को हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक महिला का उसके ही गांव के रहने वाले चंद्रमणि से अवैध संबंध थे। वह जहां काम पर गई थी, वहां से सुरेंद्र उसे बाइक पर ले गया था। सुरेंद्र ने महिला को बताया कि उसके पति का एक्सीडेंट हो गया है। वह उसे लेकर चंद्रमणि के पास पहुंचा। वहां एक कमरे में दोनों ने दुष्कर्म किया। इसी बीच सुरेंद्र श्रीवास भी वहां पहुंच गया और उसने भी रेप किया। महिला ने सब को बताने की धमकी दी तो आरोपियों ने ब्लाउज से उसका गला घोंट दिया।
पति ने साड़ी देखकर की पहचान हत्यारों ने पहचान छिपाने के लिए पत्थर से महिला का चेहरा कुचल दिया और बोरी में भरकर नहर में फेंक आए। 5 दिन बीत जाने के कारण शव सड़ चुका था। चेहरा भी वीभत्स था। पुलिस ने महिला के पति को शिनाख्त के लिए बुलाया तो उसने साड़ी से शिनाख्त की। महिला की शादी पामगढ़ क्षेत्र के ग्राम पेंड्री निवासी युवक के साथ करीब नौ साल पहले हुई थी। युवक के पिता ने बताया कि शादी के करीब दो माह बाद ही बेटा अपनी पत्नी के साथ अकलतरा में रहने लगा था। पहले अपनी ससुराल में ही रहता था, बाद में उसने लेबर कॉलोनी में अलग कमरा बना लिया था। पति-पत्नी दोनों मजदूरी करते थे। दंपती के दो बेटी और एक बेटा है। बड़ी बेटी 7 साल, छोटी 5 साल की है, जबकि बेटा 3 साल का है।