
स्काईवाक की एसीबी-ईओडब्ल्यू से जांच: पूर्व मंत्री मूणत बोले- ईडी की जांच से घबराकर सीएम ने बौखलाहट में लिया फैसला
रायपुर। राजधानी रायपुर में अधूरे स्काईवाक की जांच आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) से कराने के फैसले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व लोक निर्माण मंत्री और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत ने राज्य सरकार के इस फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया है। मूणत ने कहा, ईडी की जांच से घबराकर बौखलाहट में बदला लेने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब एसीबी और ईओडब्ल्यू का सहारा ले रहे हैं। उन्हाेंने कहा, मैं तो सहयोग के लिए तैयार हूं। आप अपना बताइए ईडी को सहयोग करेंगे? या नहीं!
उन्होंने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा, एक कहावत है! “चोर की दाढ़ी में तिनका” भूपेश जी! आपके हाव-भाव, क्रोध और कथन इस बात का सबूत हैं कि आप ईडी की जांच से घबराकर बौखलाहट में बदला लेने के लिए एसीबी और ईओडब्ल्यू का सहारा ले रहे हैं! मैं तो सहयोग के लिए तैयार हूं। आप अपना बताइए ईडी को सहयोग करेंगे? या नहीं!
भाजपा नेता मूणत ने एक दूसरे ट्वीट में कहा, आपको सीएम बने केवल 4 साल हुआ है, लेकिन छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार चरम पर है! सीएम सचिवालय से लेकर कोयला खदानों तक कालिख बिखरी पड़ी है! गरीगों का निवाला छीन लिया गया है! आप कारकों के संरक्षण बने बैठे हैं भूपेश बघेल जी? ठीक ही कहा आपने “पर उपदेश कुशल बहुतेरे” आज आईना जरूर देखिएगा!
सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से जांच कराए सरकार
इस मामले में पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पत्रकारवार्ता में सरकार से मांग की है कि अगर जांच करानी ही है तो सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से कराएं। उन्होंने कहा कि हम भ्रष्ट कांग्रेस जैसे नहीं इसीलिए डरते नहीं। पूरा सहयोग करेंगे।
सरकार ने लिया अधूरे स्काईवाक की जांच का फैसला
राज्य सरकार ने राजधानी के अधूरे स्काईवाक की जांच आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) से कराने का निर्णय लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत के कार्यकाल में इसका निर्माण शुरू किया गया था। राज्य सरकार के मुताबिक स्काईवाक निर्माण में प्रथम दृष्ट्या अनियमितता मिली है। इसलिए मामले की जांच एसीबी और ईओडब्ल्यू को सौंपा है।