
छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला: ED ने 9 आरोपियों के खिलाफ पूरक चालान दाखिल किया, IAS जयप्रकाश मौर्य भी शामिल
रायपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोयला घोटाले (Chhattisgarh Coal Scam) में 9 आरोपियों के खिलाफ पूरक चालान (Supplementary Chargesheet) पेश किया है। इस सूची में निलंबित IAS अधिकारी रानू साहू के पति, IAS जयप्रकाश मौर्य का भी नाम शामिल है।
IAS दंपति पर गंभीर आरोप
चालान में दावा किया गया है कि जयप्रकाश मौर्य और उनकी पत्नी रानू साहू अवैध कोयला लेवी वसूली (Coal Levy Collection) में प्रत्यक्ष रूप से शामिल थे। रानू साहू पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि अन्य प्रमुख आरोपी—सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी—भी इस मामले में जेल में बंद हैं।
अन्य आरोपियों की भूमिका
ईडी के अनुसार,
- हेमंत और वीरेंद्र: अवैध वसूली प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई।
- पारिख और राहुल: सूर्यकांत तिवारी के साथ मिलकर अधिकारियों और सिंडिकेट से जुड़े लोगों तक कोयला लेवी के पैसे पहुंचाने में सहयोग किया।
ईडी की 30 जनवरी की बड़ी कार्रवाई
30 जनवरी को ईडी ने इस घोटाले से जुड़े 50 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क (Seized Properties) की थीं। इनमें बैंक बैलेंस, वाहन, नगदी, गहने और जमीनें शामिल हैं। कुल जब्त संपत्तियों की कीमत लगभग 49.73 करोड़ रुपये आंकी गई है।
सत्ता संरक्षण में हुआ घोटाला?
ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि इस अवैध वसूली में नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत थी। कोयला ट्रांसपोर्टर्स से जबरन धन उगाही की गई, और इसमें सूर्यकांत तिवारी को मास्टरमाइंड बताया गया है।