
मासिक धर्म की पवित्रता और पुरुषों की जागरूकता: विनिता पटेल की आरुग पहल
अशोक सारथी@ धौंराभांठा:- जिले के ब्लॉक तमनार अंतर्गत ग्राम सराईडिपा की बेटी और सामाजिक उद्यमी विनिता पटेल ने आदर्श ग्राम्य भारती हायर सेकेंडरी स्कूल, धौंराभांठा में मासिक धर्म जागरूकता पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला ‘प्रोजेक्ट आरुग’ के तहत आयोजित की गई, जो विनिता पटेल की एक पहल है और बस्ता एजुकेशन और हेल्प फाउंडेशन द्वारा समर्थित है।

इस कार्यशाला में विनिता पटेल ने मासिक धर्म के वैज्ञानिक पहलुओं और लड़कों के लिए इसके ज्ञान की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को छोटे-छोटे कहानियों के माध्यम से मासिक धर्म की जानकारी दी, जिससे छात्रों को इसे समझने में आसानी हुई। कार्यशाला में विनिता ने छात्रों को यह समझाया कि मासिक धर्म के दौरान वे अशुद्ध नहीं होते और यह एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। इस प्रकार, उन्होंने छात्रों के मन में जमी हुई भ्रांतियों को दूर किया और उन्हें यह अहसास कराया कि मासिक धर्म के दौरान बहने वाला रक्त शुद्ध होता है।

इस कार्यशाला में स्कूल की 200 छात्राओं को आरुग पुन: प्रयोगी सैनिटरी पैड सेट वितरित किए गए, जिनका खर्च स्कूल के एक पूर्व छात्र ने उठाया था। स्कूल के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार चौधरी और अन्य शिक्षक भी इस कार्यशाला में उपस्थित थे, और उन्होंने गर्व महसूस किया कि उनके छात्र समाज में इतना महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं।

‘प्रोजेक्ट आरुग’ का उद्देश्य मासिक धर्म को एक पवित्र और जेंडर-फ्री विषय बनाना है। आरुग, जिसका अर्थ है ‘पवित्र’, इस मिशन के तहत पुरुषों को भी शिक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करता है। आरुग के पुन: प्रयोगी पैड पर्यावरण के अनुकूल और रासायनिक मुक्त होते हैं, जो महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हैं।
इस कार्यशाला ने छात्राओं के बीच मासिक धर्म के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इस दिशा में समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया।