
कोरोना से मृतक कर्मचारियों का नहीं रुकेगा वेतन, इन कंपनियों ने कहा जारी रखेंगे परिवार को मदद
नईदिल्ली। कोरोना संक्रमण के कारण लाखों लोगों की जान चली गई है, इसमें तमाम कंपनियों को कर्मचारी भी हैं, इस बीच देश की तमाम कंपनियां टाटा स्टील से लेकर बजाज ऑटो और टेक महिंद्रा तक अपने कर्मचारी और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए कोविड सपोर्ट पॉलिसी (Covid support policy) स्कीम लेकर आई है।
टाटा स्टील मैनेजमेंट ने इस बारे में एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि कंपनी अपने कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा के तहत मदद करने की हरसंभव कोशिश कर रही है, अगर कोरोना की वजह से हमारे किसी कर्मचारी की मृत्यु होती है तो टाटा स्टील उसके परिवार वालों को अगले 60 सालों तक पूरी सैलरी देगी, इतनी नहीं, उसको वो सभी मेडिकल फायदे और हाउसिंग सुविधाएं भी जारी रहेंगी, कंपनी अपने कर्मचारियों के बच्चों की ग्रेजुएशन तक भारत में पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्चा भी उठाएगी।
इसी कड़ी में बजाज ऑटो ने भी पहल की है, कंपनी का कहना है कि अगर उसके किसी कर्मचारी की कोरोनो से मौत होती है तो उसके परिजनों को दो साल की सैलरी दी जाएगी, साथ ही उसके बच्चों की शिक्षा का जिम्मा भी कंपनी उठाएगी, कंपनी ने यह भी जानकारी दी है कि मेडिकल बीमा उसके परिवार को 5 साल तक के लिए बढ़ा दी जाएगी। यह सुविधा कंपनी की ओर से मिलने वाली सुविधाओं के इतर होगी, सहायता पॉलिसी के अंतर्गत बजाज ऑटो कंपनी के कर्मचारी के परिजनों को दो साल तक 2 लाख रुपये की सहायता करती रहेगी। साथ ही उसके बच्चों की ग्रेजुएशन तक की शिक्षा का इंतजाम करेगी, जिसके लिए एक लाख रुपये तक दो बच्चों के लिए सहायता दी जाएगी, कंपनी का कहना है कि 20 अप्रैल 2020 तक के सभी नियमित कर्मचारियों पर यह लागू होगा।
टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) ने अपने कर्मचारियों की मदद के लिए एक स्पेशल एचआर पॉलिसी (HR policy) लॉन्च की है, कंपनी ने कोरोना की वजह से कर्मचारी की डैथ होने के बाद उनके डिपेंडेंट्स के लिए एंप्लॉयमेंट, लर्निंग एंड डेवलपमेंट के साथ एजुकेशनल अपॉर्चुनिटी की व्यवस्था की जा रही है।
सोनालिका ट्रैक्टर (Sonalika Tractors) ने घोषणा की है कि उसके डीलर में से अगर किसी की कोरोना वायरस होने जाने की वजह से जान चली जाती है, तो उनके परिवार वालों को 2,00,000 रुपये की मदद दी जाएगी, इसके साथ ही कंपनी ने इलाज के खर्च के रूप में 25,000 रुपये तक की भी मदद करने का ऐलान किया है।
एमवे इंडिया ने भी कर्मचारियों की मदद की पहल की है, मदद के तौर पर यह कंपनी कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले कर्मचारियों के परिवार वालों की आर्थिक रूप से मदद और बच्चों के लिए एज्यूकेशन सपोर्ट देने का निर्णय लिया है।
मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma) ने भी अपने स्टाफ की मदद करने की घोषणा की है, कंपनी का कहना है कि अगर उनके किसी भी कर्मचारी की मौत हो जाती है, तो उनके परिवार वालों को 5 साल की सैलरी के बराबर के पैसे दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक परिवार वालों को 50 लाख रुपए तक दिए जा सकते हैं, साथ ही कंपनी ने कर्मचारी के डिपेंडेंट को 3 साल तक की ग्रुप मेडिकल पॉलिसी के तहत कवर करने की घोषणा की है।