
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हाथियों ने एक बार फिर तबाही मचाई है। शनिवार की रात जंगल से निकले हाथियों के झुंड ने कई गांवों में धान की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। इस घटना में 42 किसानों की कई एकड़ फसलें चौपट हो गईं। सुबह होते ही वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, हाथियों का दल रात में कटाईपाली, बेहरामुड़ा, लोटान और देउरमार गांवों के खेतों में घुस गया, जहां 21 किसानों की धान की फसल को रौंद दिया गया। इसके अलावा फुलीकुंडा में 9, बोजिया में 8, औरानारा में 2 तथा इंचपारा में 2 किसानों की फसलें भी पूरी तरह नष्ट हो गईं।
ग्रामीणों ने जैसे ही हाथियों की आवाज सुनी, उन्होंने तुरंत वन अमले को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने ग्रामीणों को हाथियों से दूरी बनाकर रखने और किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ से बचने की सलाह दी।
वन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, रायगढ़ जिले के दोनों वनमंडलों में इस समय लगभग 78 हाथी अलग-अलग दलों में विचरण कर रहे हैं। इनमें छाल रेंज के लोटान क्षेत्र में 19, बोजिया में 15, लैलूंगा रेंज के तिलाईदरहा में 13, बोरो रेंज के इंचपारा में 13, इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी कई छोटे-छोटे झुंड सक्रिय हैं। वहीं रायगढ़ रेंज के पड़िगांव में 2 और घरघोड़ा क्षेत्र के छर्राटांगर व दनौट में 1-1 हाथी के विचरण की पुष्टि हुई है।
वन विभाग का कहना है कि प्रभावित किसानों को नियम अनुसार मुआवजा देने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। साथ ही हाथियों को आबादी वाले इलाकों से वापस जंगल की ओर खदेड़ने के लिए पेट्रोलिंग और निगरानी बढ़ाई जा रही है।














