फर्जी ग्राम सभा का खुलासा: महाजेंको पर गंभीर आरोप, पेड़ कटाई के लिए बनाए झूठे दस्तावेज?

ग्राम पंचायत की पंजी में नहीं दर्ज ग्राम सभा, न प्रतिनिधि का नाम, न वीडियो रिकॉर्डिंग – ग्रामीणों ने प्रशासन से की सख्त कार्रवाई की मांग

फर्जी ग्राम सभा दस्तावेज से उठा पर्दा
तमनार ब्लॉक के मुड़ागांव में पेड़ों की कटाई को लेकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। महाजेंको द्वारा पेश की गई ग्राम सभा की तारीख ग्राम पंचायत सराईटोला की पंजी में दर्ज ही नहीं है। यह खुलासा तब हुआ जब कथित ग्राम सभा के दस्तावेज ग्रामीणों के हाथ लगे।

📄 पंचायत रजिस्टर में नहीं दर्ज ग्राम सभा की तिथि
महाजेंको द्वारा जिस ग्राम सभा के आधार पर वन क्षेत्र की कटाई कराई गई, वह ग्राम सभा पंचायत रिकॉर्ड में कहीं दर्ज नहीं है। इतना ही नहीं, उस बैठक के अध्यक्ष बताए गए जयशंकर राठिया का नाम ग्राम पंचायत में है ही नहीं।

न वीडियो, न फोटो, न वन विभाग की मौजूदगी
ग्राम सभा जैसे महत्वपूर्ण आयोजन में न कोई वीडियो रिकॉर्डिंग हुई, न ही कोई फोटो मौजूद है। न ही कलेक्टर प्रतिनिधि की उपस्थिति का जिक्र है और न ही वन विभाग के किसी अधिकारी का नाम दस्तावेज में शामिल है।

SDM को नहीं दी गई सूचना, कोटवार ने नहीं किया हाका
ऐसी ग्राम सभा से पहले अनुविभागीय अधिकारी द्वारा कोटवार के माध्यम से सूचना दी जाती है, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार उन्हें इस संबंध में कोई पूर्व जानकारी नहीं मिली।

फर्जी सील और हस्ताक्षर से तैयार हुआ दस्तावेज
दस्तावेज में पंचायत सचिव और सरपंच के जो हस्ताक्षर दर्शाए गए हैं, उन्हें दोनों ने फर्जी बताया है। पंचायत सचिव ने यह साफ इंकार किया कि यह उनका हस्ताक्षर है।

अब कार्रवाई की मांग तेज
ग्राम सभा फर्जी निकले जाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ गया है। वे जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि महाजेंको अधिकारियों पर कूट रचना, धोखाधड़ी और प्रशासन को गुमराह करने का केस दर्ज किया जाए।

सामाजिक कार्यकर्ता की प्रतिक्रिया
क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता राजेश त्रिपाठी का कहना है, “हम शुरू से ही इस प्रक्रिया को अवैध मानते रहे हैं। अब जब फर्जी दस्तावेज सामने आ चुका है तो प्रशासन को तुरंत जांच शुरू कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”

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