
नरसिंहपुर. शुक्रवार को पुलिस लाइन में हुई जनरल परेड में एसपी डॉ. ऋषिकेश मीना ने परेड की सलामी ली। इसके बाद आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने मॉक ड्रिल कराया गया। पुलिस कर्मचारियों को भीड़ को तितर-बितर करने तथा दंगा-निरोधक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रशिक्षण दिया।
विशेषज्ञों की टीम द्वारा आंसू गैस के गोले छोडऩे, शील्ड-डंडे, लाठी के साथ समन्वित कार्रवाई एवं भीड़ नियंत्रण के व्यावहारिक अभ्यास कराए गए। तत्वों द्वारा माहौल बिगाडऩे की स्थिति में सख्ती से निपटने एवं कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत आवश्यक बल प्रयोग के संबंध में भी प्रशिक्षित किया गया। परेड दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन पर 3 कर्मचारियों को पुरस्कृत एवं लापरवाही पर 5 कर्मचारियों को दंडित किया गया।
उपद्रवी तत्वों को काबू में रखने मॉक ड्रिल उपयोगी
एसपी डॉ. मीना ने निर्देशित किया कि आपदा एवं आपातकालीन परिस्थितियों में शांति व्यवस्था बनाए रखने, उपद्रवी तत्वों को काबू में करने मॉक ड्रिल अत्यंत उपयोगी सिद्ध होती है। अक्सर देखा गया है कि जिले में तनावपूर्ण या उपद्रव की स्थिति बनने पर पर्याप्त अभ्यास के अभाव में पुलिस बल समय पर प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पाता।
इसी को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार के अभ्यास कराए जाते हैं। इस दौरान एसडीओपी गाडरवारा रत्नेश मिश्रा, एसडीओपी गोटेगांव मनीष त्रिपाठी, एसडीओपी नरसिंहपुर मनोज गुप्ता, रक्षित निरीक्षक मनोरमा बघेल सहित जिले के समस्त थाना प्रभारी एवं बड़ी संख्या उपस्थित रहे।














