गजब! ये है भारत का सबसे अनोखा मार्केट, सिर्फ महिलाओं को है यहां काम करने की इजाजत

भारत में अलग-अलग जगहों पर मार्केट्स की कोई कमी नहीं है. हर शहर में, हर गांव में कोई न कोई मार्केट जरूर मौजूद है. हालांकि कई मार्केट ऐसे भी होते हैं, जो अपनी खासियतों की वजह से मशहूर होते हैं, जैसे कोई कपड़ों का मार्केट है तो वहां सिर्फ और सिर्फ कपड़े ही मिलते हैं, तो वहीं कुछ इलेक्ट्रॉनिक मार्केट होते हैं, जहां सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स ही मिलते हैं. पर भारत में एक ऐसा अनोखा मार्केट भी है, जहां आपको अपनी जरूरत की हर चीज मिल जाएगी, लेकिन खास बात ये है कि इस मार्केट में सिर्फ और सिर्फ महिलाएं ही काम करती हैं. यहां आपको एक भी ऐसी दुकान देखने को नहीं मिलेगी, जहां पुरुष काम करते हों.

भारत का यह अनोखा मार्केट मणिपुर की राजधानी इंफाल में है. महिलाओं द्वारा चलाए जाने की वजह से इस मार्केट को मदर्स मार्केट (Mother’s Market) के नाम से भी जाना जाता है. यह सिर्फ भारत का ही नहीं, बल्कि एशिया का सबसे बड़ा महिलाओं द्वारा संचालित किया जाने वाला मार्केट है. स्थानीय लोग इस मार्केट को इमा कैथिल या इमा मार्केट या नुपी कैथिल के नाम से पुकारते हैं.

इस मार्केट में 5 हजार से भी अधिक दुकानें हैं, जिन्हें सिर्फ महिलाएं ही चलाती हैं. यहां किसी भी पुरुष को दुकान लगाने की इजाजत नहीं है. हालांकि ऐसा नहीं है कि इस मार्केट में पुरुष नहीं आ सकते हैं. उन्हें यहां की इजाजत तो है, लेकिन दुकान नहीं लगा सकते हैं और न ही किसी दुकान में उन्हें काम करने की ही इजाजत है.

इस मार्केट की एक खास बात ये भी है कि यह बहुत ही पुराना मार्केट है, जिसकी शुरुआत करीब 500 साल पहले हुई है और हमेशा से ही यहां महिलाएं ही दुकान लगाती आ रही हैं. इसके पीछे एक खास वजह बताई जाती है. कहा जाता है कि पहले के जमाने में इस इलाके में रहने वाले पुरुष सिर्फ लड़ाईयों में हिस्सा लेते थे, इस वजह से घर चलाने की जिम्मेदारी महिलाओं पर आ जाती थी. इसलिए परिवार का पेट भरने के लिए महिलाएं दुकान लगाने लगीं और तब से यह सिलसिला अब तक चला आ रहा है.

इस बाजार में आपको हर तरह की चीजें मिल जाएंगी. चाहे सब्जी लेनी हो या कपड़े या कोई खिलौने आदि, यहां तक कि मणिपुर के पारंपरिक सामान भी यहां इस मार्केट में मिलते हैं. इंफाल म्युनिसिपल काउंसिल ने तो इस मार्केट की लोकप्रियता को देखते हुए चार मंजिला भवन भी बना दिया है, ताकि महिलाओं को दुकान लगाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो.

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