
Helicopter Crash Update: क्या मौसम और कम विजिबिलिटी रही हादसे की वजह, PM आवास पर CCS की बैठक जारी
तमिलनाडु (Tamilnadu) के नीलगिरी जिले (Neelagiri) के कुन्नूर (Coonoor) की पाहाड़ियों में भारतीय वायु सेना (IAF) का Mi-17V5 हेलीकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी की हादसे में मौत हो गई। वायुसेना ने इसकी पुष्टि कर दी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 14 में से 13 की मौत की पुष्टि हो चुकी थी। अब डीएनए टेस्ट के जरिए ही मृतकों की पहचान होगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खराब मौसम को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर के क्रैश की वजह माना जा रहा है। दिल्ली में इसको लेकर एक हाईलेवल मीटिंग हो रही है। घने जंगल, पहाड़ी इलाकों और कम दृश्यता के कारण हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। ऐसे में खराब मौसम में यहां हेलीकॉप्टर उतारना हमेशा से ही एक चुनौती रही है।
हेलीकॉप्टर हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टर वरूण सिंह की बच पाए हैं। जिनका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। वहीं बिपिन रावत की मौत के बाद पीएम आवास पर सीसीएस की बैठक हो रही है। जिसमें अमिता शाह और राजनाथ सिंह समेत कई कैबिनेट मंत्री पहुंचे हैं। वायुसेना ने बताया कि गंभीर रूप से घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। जनरल बिपिन रावत करीब छह साल पहले भी एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बाल-बाल बचे थे। इस हादसे में चीफ डिफेंस ऑफ स्टाफ बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सैन्य कर्मी समेत 14 लोग सवार थे। हादसे की जानकारी पीएम मोदी को दी गई और वहीं सेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली में बिपिन रावत के घर पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे की जानकारी पीएम नरेंद्र मोदी को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के द्वारा दे दी गई है। साथ ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह संसद में इस घटना को लेकर बयान अब गुरुवार को बयान जारी करेंगे। पीएम मोदी ने संसद में कैबिनेट की बैठक ली।
हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरसेवक सिंह, एनके जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और बी साई तेजा और हवलदार सपल सहित कुल 14 लोग सवार थे। तीन घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, स्थानीय सैन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और उन्हें बताया कि स्थानीय लोग 80 फीसदी जले हुए दो शवों को स्थानीय अस्पताल ले गए। घटना स्थल पर कुछ और शवों को देखा गया है। हादसे में 11 शवों को बरामद किया गया है और 3 लोगों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। शवों को निकालने और पहचान के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।