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मथुरा-वृंदावन की तर्ज पर रायगढ़ में मनाई जा रही जन्माष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबे भक्त

जन्माष्टमी के मौके पर यहां मेले का आयोजन किया जाता है। यह मेला 72 वर्षों से आयोजित हो रहा है। मंदिर के ट्रस्ट के द्वारा हर साल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करने लिए स्वचलित झांकियों का आयोजन किया जाता है।

मथुरा-वृंदावन की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पांच दिनों तक जन्माष्टमी पर्व मनाया जा रहा है। यहां के जन्माष्टमी मेले में हर साल अलग-अलग राज्यों से लोग भारी संख्या में शामिल होते हैं और गौरीशंकर मंदिर के अलावा श्याम मंदिर की आकर्षक झांकियों का आनंद उठाते हैं। इस मेले को आयोजित होते हुए अब 72 साल पूरे हो चुके हैं। आज रात 12 बजे गौरीशंकर मंदिर में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। 

गौरीशंकर मंदिर ट्रस्ट के सदस्य राजेश मुडा ने जानकारी देते हुए बताया कि सन 1950 में गौरीशंकर मंदिर का निर्माण हुआ था और इसके दो साल बाद 1952 से रायगढ़ शहर में लगातार जन्माष्टमी पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इस मेले को अब 72 साल पूरे हो चुके हैं। गौरीशंकर मंदिर के ट्रस्ट के द्वारा हर साल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करने लिए स्वचलित झांकियों का आयोजन किया जाता है।

ठीक इसी तर्ज पर बीते 26 सालों से संजय कॉम्प्लेक्स श्याम बगीची में भी श्री श्याम मंडल द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पांच दिनों तक मंदिर परिसर में लड्डू गोपाल, राधा-कृष्ण, बांके बिहारी की झांकियां सजाई जाती रही हैं। विशाल वाटर प्रूफ पंडाल में भगवान गणेश, कान्हा दही बिलोवन, कालिया मर्दन, गीता उपदेश, सुदर्शन चक्र, श्री कृष्ण जन्म सहित अनेक झांकियां दर्शायी जाती हैं। इसी क्रम में श्याम बगीची परिसर में जन्माष्टमी झूले का शुभारंभ चैतन्य अग्निशिखा महाराज के हाथों हुआ। 

सीसीटीवी कैमरे से हो रही निगरानी
श्याम मंडल के सदस्यों ने बताया कि श्याम बगीची परिसर 15 हजार स्क्वायर फीट में भव्य वाटरप्रूफ पंडाल बनाया गया है। साथ ही साथ हर साल की तरह सुरक्षा की दृष्टि से पूरे परिसर को सीसीटीवी कैमरे से अपडेट किया गया है ताकि दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। साथ ही असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके।

जगह-जगह भंडारे का आयोजन
रायगढ़ जिले में पांच दिनों तक चलने वाले ऐतिहासिक जन्माष्टमी मेले के दौरान पड़ोसी राज्यों के अलावा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये सामाजिक संस्थाओं के अलावा मंदिरों के सदस्यों द्वारा शहर में जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया है। ताकि यहां आने वाले लोगों को भगवान का प्रसाद मिल सके।

दो जगह मीना बाजार एक जगह सर्कस
रायगढ़ जिले में जन्माष्टमी की तैयारी एक महीने पहले से ही शुरू हो जाती है। मंदिर परिसर के आसपास जहां कई दुकान सजती हैं वहीं मीना बाजार मेले का प्रमुख आकर्षण का केन्द्र रहता है। इस बार मेले के अवसर पर रायगढ़ पहुंचने वालों को लुभाने के लिये शहर में दो जगह मीना बाजार लगाया गया, वहीं एक जगह सर्कस भी लगाया गया है। जहां प्रतिदिन लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। 

सफेद वर्दी में पुलिस जवान रहेंगे तैनात
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि आमजन की सुरक्षा की दृष्टि के अलावा जेबकतरों पर नजर रखने के लिए मेला स्थल, मंदिर स्थल व मीना बाजार में सफेद वर्दी में पुलिस जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा गौरीशंकर मंदिर चैक के पास पुलिस सहायता केन्द्र बनाया गया है। साथ ही साथ सभी थाना प्रभारियों को अलग-अलग ड्यूटी दी गई है।

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