छत्तीसगढ़ में वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा 2024 के तहत जेपीएल की माइंस को कई श्रेणियों में सम्मान
रायगढ़, तमनार। जिंदल पावर लिमिटेड (जेपीएल) तमनार की गारे पालमा 4/1, 4/2 और 4/3 माइंस को छत्तीसगढ़ की सर्वश्रेष्ठ माइंस के रूप में चुना गया है। वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा 2024 के अंतर्गत जेपीएल की माइंस ने 16 प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं। इस उपलब्धि के लिए 29 जनवरी 2025 को विश्रामपुर में आयोजित सम्मान समारोह में जेपीएल माइंस को पुरस्कृत किया गया।
यह प्रतियोगिता 18 नवंबर से 30 नवंबर 2024 के बीच आयोजित की गई थी, जिसमें छत्तीसगढ़ की कुल 68 माइंस (57 एसईसीएल और 11 नॉन-एसईसीएल माइंस) ने भाग लिया था। तीव्र प्रतिस्पर्धा के बाद गारे पालमा 4/1, 4/2 और 4/3 माइंस को उत्कृष्ट घोषित किया गया।
सम्मान समारोह में खनन क्षेत्र के दिग्गजों की उपस्थिति
यह सम्मान समारोह डीजीएमएस विश्रामपुर एकता स्टेडियम में आयोजित किया गया, जहां खनन क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उज्ज्वल ता (महानिदेशक, खान सुरक्षा निदेशालय, धनबाद) थे। इसके अलावा, डॉ. प्रेम सागर मिश्रा (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसईसीएल, बिलासपुर), राम अवतार मीना (उप महानिदेशक, खान सुरक्षा निदेशालय), वीर प्रताप (खनन सुरक्षा उप महानिदेशक, रायगढ़), अशोक कुमार (खनन सुरक्षा निदेशक, जबलपुर), मुकेश कुमार सिन्हा (खनन सुरक्षा निदेशक, बिलासपुर) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
प्रतिस्पर्धा में बड़े खनन समूहों की भागीदारी
इस वर्ष के खान सुरक्षा पखवाड़ा में एसईसीएल, जेएसपी, जेपीएल, अदानी, अंबुजा, अल्ट्राटेक, एनटीपीसी, हिंडाल्को, सीएमपीजी, पीजीसीएल और शारदा एनर्जी जैसी प्रमुख कंपनियों की माइंस ने हिस्सा लिया। इस दौरान सुरक्षा मानकों, उत्पादन क्षमता और प्रबंधन पर विस्तृत ऑडिट किया गया।
जेपीएल की उपलब्धियां: ग्रुप-एफ में रनर-अप अवॉर्ड सहित कई सम्मान
गारे पालमा 4/1 माइंस को ग्रुप-एफ में रनर-अप अवॉर्ड मिला। इस श्रेणी में वे माइंस आती हैं, जिनका वार्षिक उत्पादन 5 मिलियन टन से अधिक होता है और इन्हें मेगामाइंस कैटेगरी में गिना जाता है। इसके अतिरिक्त, गारे पालमा 4/1 ने 11 अन्य पुरस्कार भी जीते, जिनमें शामिल हैं—
🏆 प्रथम पुरस्कार
- इंजीनियरिंग (ई एंड एम)
- माइन लाइटिंग
- बेस्ट ट्रिपर ऑपरेटर (मेगामाइंस)
- सेफ वर्कर (एक्स्कावेटर ऑपरेटर)
- सेफ वर्कर (माइनिंग सरदार)
🥈 द्वितीय पुरस्कार
- सेफ्टी मैनेजमेंट प्लान
- डस्ट सेपरेशन
- जनरल सेफ्टी एंड कंसाइशनेस
🥉 तृतीय पुरस्कार
- बेस्ट ग्रेडर ऑपरेटर (मेगामाइंस)
- व्यावसायिक प्रशिक्षण
इसके अलावा, गारे पालमा 4/2 और 4/3 माइंस को ग्रुप-डी श्रेणी में 5 प्रमुख पुरस्कार मिले—
- सेफ वर्कर (माइनिंग सरदार) – प्रथम पुरस्कार
- सेफ वर्कर (माइनिंग ओवरमैन) – प्रथम पुरस्कार
- ग्रेडर ऑपरेटर – प्रथम पुरस्कार
- डोजर ऑपरेटर – द्वितीय पुरस्कार
- माइन वर्किंग – द्वितीय पुरस्कार
जेपीएल प्रबंधन ने कर्मचारियों को दी बधाई
जेपीएल तमनार के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार पांडेय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,
“यह सम्मान हमारे माइंस कर्मियों के कठोर परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है। उन्होंने माइंस को देश की अग्रणी माइंस बनाने में अहम भूमिका निभाई है। हम उम्मीद करते हैं कि यह लगन और मेहनत भविष्य में भी जारी रहेगी।”
जेपीएल माइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश ने भी कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा,
“यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि कठिन प्रतिस्पर्धा के बावजूद हमारी माइंस को यह प्रतिष्ठित उपलब्धि मिली। इस सफलता का श्रेय सभी कर्मियों और उच्च प्रबंधन के मार्गदर्शन को जाता है।”
इस अवसर पर गोविंद कुमार (उपाध्यक्ष, प्रभारी गारे पालमा 4/2 व 4/3), विजय जैन (सहायक उपाध्यक्ष, प्रभारी गारे पालमा 4/1), संजीव कुमार दुबे (माइंस मैनेजर), सुधीर चौधरी (माइंस मैनेजर), आशिष कांत (सुरक्षा अधिकारी) और राजेश शर्मा (सुरक्षा अधिकारी) सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
जेपीएल की माइंस को यह उपलब्धि क्यों मिली?
✔ कड़े सुरक्षा मानकों का पालन
✔ अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग
✔ प्रशिक्षित और समर्पित कर्मियों की मेहनत
✔ खान प्रबंधन में उत्कृष्टता
जेपीएल तमनार की गारे पालमा माइंस की यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ के खनन क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करती है।