
संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत विपक्ष के हंगामे की बौछार के साथ शुरू हुई है। पेगासस फोन हैकिंग विवाद, किसान आंदोलन और महंगाई समेत कई मुद्दों पर विपक्षी सांसदों का हल्लाबोल पहले ही दिन से जारी है। यहां तक कि पहले दिन लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिपरिषद विस्तार में शामिल नए मंत्रियों का परिचय भी हंगामे के चलते नहीं करा पाए थे। अब दूसरे दिन भी कई मुद्दों पर हंगामे की संभावना है। इस बीच संसद भवन परिसर के बाहर टीएमसी के सांसदों ने पेगासस फोन हैकिंग विवाद को लेकर धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।
वहीं संसद सत्र के पहले पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों की मीटिंग ली है और उन्हें कोरोना की तीसरी लहर से पहले जमीन पर काम करने की नसीहत दी है। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि वह अब भी कोमा से बाहर नहीं निकली है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है। वह इस बात को हजम नहीं कर पा रही है कि सब कुछ सामान्य हो रहा है और वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। दिल्ली में अब भी 20 फीसदी फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका नहीं लगा है। नकारात्मक माहौल बनाने के लिए सोचा-समझा प्रयास किया जा रहा है।
इससे पहले सोमवार को टीएमसी के सांसद महंगे पेट्रोल और डीजल के विरोध में साइकिलों से ही संसद पहुंचे थे। इसके अलावा संसद परिसर के बाहर उन्होंने प्लेकार्ड लहराकर विरोध भी दर्ज कराया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने पहले दिन की शुरुआत में ही विपक्ष से सवालों की बौछार करने और सरकार से जवाब लेने की अपील की थी, लेकिन उनकी यह अपील काम नहीं आई। कई मुद्दों पर बहस की बजाय संसद में हंगामा ही चलता रहा है और दोनों को सदनों को स्थगित करना पड़ा था