एमसीएच ने 21 साल की कोरोना संक्रमित गंभीर गर्भवती महिला की जान बचाई
सफलतापूर्वक हुआ महिला का प्रसव, जच्चा बच्चा कोरोना नेगेटिव आने के बाद हुए डिस्चार्ज
रायगढ़ : कोरोना काल में जिले का कोविड अस्पताल यानी एमसीएच (मातृ एवं शिशु अस्पताल) गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान बन कर उभरा है।
सोमवार को एक प्रसूता महिला को किरोड़ीमल शासकीय अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। यह कोविड पॉजिटिव 8 माह की गर्भवती महिला लैलूंगा से 28 नवंबर को गंभीर स्थिति में कोविड अस्पताल (एमसीएच) आई थी। महिला को कोरोना के साथ ही साथ कई अन्य बीमारियां थी। डॉक्टर्स ने महिला की गंभीर हालत देखते हुए उसे रायपुर एम्स शिफ्ट करने की तैयारी भी कर दी थी लेकिन महिला के वेंटिलेटर में होने और ऑक्सीजन कम होने के कारण 3 दिसंबर को महिला की नार्मल डिलीवरी कराई गई जिसमें उसने एक लड़की को जन्म दिया।
समस्या यहीं खत्म नहीं हुई, 8 माह में जन्मी बच्ची का वजन 1.5 किलोग्राम ही था। बच्ची का दूसरे दिन कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया तो उसे केजीएच के एनआईसीयू (नियोनटाल इंटेसिव केयर यूनिट) में भर्ती किया गया वहां उसकी देखभाल की गई। इधर एमसीएच में महिला डिलीवरी के बाद लगातार रिकवरी करती गई। यहां दो बार उसका आरटीपीसीआर टेस्ट नेगेटिव आया तो उसे भी केजीएच में भर्ती कराया गया। बच्चे और मां दोनों की हालत ठीक होने पर उन्हें 21 दिसंबर से केजीएच से छुट्टी दे दी गई।
महिला के परिजनों ने एमसीएच की पूरी टीम के प्रति अपनी कृतज्ञता जताई और खुशी-खुशी अपने घर लौट गई।
हमारे लिये यह चुनौती था : एमसीएच प्रभारी डॉ. घिल्ले
एमसीएच के प्रभारी डॉ. वेदप्रकाश घिल्ले बताते हैं “ यह केस हमारे लिए चुनौती था। महिला की हालत अति गंभीर थी। उसे कोरोना के साथ-साथ लो बीपी, खून की कमी, प्लेटलेट्स कम, किडनी का काम नहीं करना, पीलिया इत्यादि जैसी अन्य बीमारियां भी हो गई थी। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, वह वेंटिलेटर पर थी। हमने पूरे समय उसे ऑक्सीजन पर ही रखा। गंभीर हालत और ऊपर से गर्भवती तो हमने सी-सेक्शन यानि ऑपरेशन से बच्चे को निकालने की तैयारी कर ली थी लेकिन महिला और हमारी टीम ने हिम्मत से काम लिया और महिला ने नार्मल डिलीवरी से बेटी को जन्म दिया। महिला को एमसीएच में हमारी टीम ने शुरू से आखिरी तक बेहतर ट्रीटमेंट दिया जिसके फलस्वरूप हमने दो जिंदगियां बचाई। “
एमसीएच में बेहतर हो रहा इलाज : सीएमएचओ डॉ. केसरी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी ने कहा “ एमसीचए की पूरी टीम कोविड काल में लगातार बेहतर काम कर रही है। यहां गंभीर से गंभीर केसेस भी बड़ी आसानी से सुलझाए जा रहे हैं। कोरोना काल में यही सुकून है कि हमारी एमसीएच की टीम ने कई जिंदगियों को बचाया है और वो निस्वार्थ भाव से अपनी ड्यूटी में लगी है। पूरी टीम को मेरी ओर से बधाई और आगे भी इसी लगन से काम करती रही। कोरोना का संक्रमण अभी गया नहीं है लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। “