
Oil Bond सिर्फ बहाना, तेल के टैक्स से PM नरेंद्र मोदी अपना ‘महल’ बना रहे हैं…Digvijay Singh
धमतरी. अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने एक बार फिर महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. नए संसद भवन (new parliament building), प्रधानमंत्री आवास और उपराष्ट्रपति आवास निर्माण पर सवाल उठाते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि पूरे देश में जनता महंगाई से परेशान है और प्रधानमंत्री (Narendra Modi) अपने लिए महल बनवा रहे हैं. ऑयल बांड का हवाला देने हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में ऑयल बांड कुल सवा लाख करोड़ का है, जबकि सरकार ने एक साल में पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त टैक्स लगा कर सवा 3 लाख करोड़ कलेक्ट कर चुकी है, तो आयल बांड की बात कहां से आई. दिग्विजय सिंह ने कहा कि तेल के टैक्स से प्रधानमंत्री का महल बन रहा हैं, उपराष्ट्रपति का महल बन रहा हैं, नया संसद भवन बन रहा है, जबकि दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र ब्रिटेन में आज भी 200 साल पुराने भवन में संसद चल रही है. भारत की मोदी सरकार फिजूल खर्ची में सारा पैसा बर्बाद कर रही है.
बता दें कि केंद्र सरकार के पास तेल कंपनियों, उवर्रक कंपनियों, भारतीय खाद्य निगम जैसी संस्थाएं अलग- अलग तरह के बांड जारी करती है. पहले सरकार के हाथ में तेल के रेट तय करने का अधिकार होता था और सरकार इस पर सब्सिडी देती थी. जब तेल के भाव ज्यादा बढ़ जाते थे तो सरकार इस पर सब्सिडी देती थी और पेट्रोल के दाम का जनता पर भार ना पड़े, इसलिए इसे नियंत्रित रखती थी. इसके लिए सरकार की ओर से एक बांड जारी कर देती थी, जिससे सरकार की तरफ से कैश खर्च नहीं करना पड़ता था. यह एक तरह का उधार का नोट होता है, जिसमें उस वक्त तो पैसे नहीं देने होते हैं, लेकिन बाद में कंपनियों को पैसे देने पड़ते हैं. सीधे शब्दों में मानें तो सरकार एक तरह से पेट्रोल कंपनियों को एक रेट पर तेल बेचने के लिए कहती है और बाकी के पैसे सरकार अपनी तरफ से देती है. इसके लिए सरकार बांड जारी कर देती है और अगर तेल के लिए बांड जारी किया जाता है तो उसे ऑयल बांड कहा जाता है.
क्यों बढ़ गए तेल के भाव?
साल 2010 में सरकार ने इसे बंद कर दिया और तेल के दामों से अपना नियंत्रण हटा लिया था, लेकिन तत्कालीन सरकार ने कंपनियों को ऑयल बांड का भुगतान नहीं किया था. अभी की वर्तमान सरकार के मुताबिक वर्तमान सरकार को उन्हीं पुराने बांड्स का भुगतान करना पड़ रहा है, इसीलिए तेल के दाम बढ़े हुए हैं.
मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव पर दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान
मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा उपचुनाव के सवालों पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि जनता महंगाई से त्रस्त है. किसानों को केंद्र सरकार खाद नहीं दे सकी. नोटबंदी और जीएसटी लागू होने के बाद बड़ी संख्या में छोटे उद्योग बंद हो चुके हैं, करोड़ों लोग बेरोजगार हो चुके है. तेल के दाम ऐतिहासिक ऊंचाई पर है, जिससे जनता में नाराजी है और उसका फायदा चुनावों में कांग्रेस को मिलेगा.
दरअसल, गुरुवार को कांग्रेस के सीनियर लीडर और सांसद दिग्विजय सिंह निजी दौरे पर DHAMTARI पहुंचे थे. यहां उन्होंने नान अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के घर जाकर शोक संवेदना प्रकट की. बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा.