
PM आवास योजना में भ्रष्टाचार! घूस नहीं मिला तो जिंदा कपल को बताया मृत, 10 साल के बेटे को मजदूर…पढ़िये पूरी खबर
रिश्वत नहीं दिया तो जीवित पति-पत्नी को मरा हुआ घोषित कर दिया। भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें तमाम प्रयास कर रही हैं। लेकिन भ्रष्टाचारी अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे। भ्रष्टाचार का यह चौंकाने वाला मामला मध्य प्रदेश के दमोह जिले का है।
हाल ही में मंत्री गोपाल भार्गव के पास भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला पहुंचा। एक कपल ने आोप लगाया कि जब उन्होंने गांव के सचिव और सह सचिव को रिश्वत देने से इनकार कर दिया तब दोनों ने मिलकर इस जीवित कपल को मृत घोषित कर दिया। सोनकिया शाहपुर के सतौआ ग्राम के मन्नू उर्फ़ भन्नु रैकवार अपनी पत्नी सीमा और बच्चों को लेकर गढ़ाकोटा में मंत्री गोपाल भार्गव के पास शिकायत करने पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार
पीड़ित मन्नू रैकवार ने अपनी फरियाद में बताया कि करीब तीन महीने पहले उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिला था। लेकिन सिर पर छत देने के बदले गांव के ही सचिव शिव पटेल और सहायक सचिव निरंजन तिवारी ने उनसे 10 हजार रुपये घूस देने की मांग की थी। इस कपल ने मंत्री को बताया है कि जब उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया तब सचिव और सह सचिव ने उन्हें मृत दिखा दिया।
राज्य के PWD मंत्री ने दिये कार्रवाई के आदेश
इस दंपत्ति ने PWD मंत्री गोपाल भार्गव को यह भी बताया कि सचिव और सह सचिव ने उनके 10 साल के बेटे को दिल्ली में मजदूर भी बता दिया है। कपल की शिकायत सुनकर मंत्री भी हक्का-बक्का रह गए। शिकायत मिलने के बाद उन्होंने दमोह जिला पंचायत के सीईओ को फटकार लगाई है। इस मामले में मंत्री ने पीड़ित परिवार के साथ न्याय करने तथा जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।