नेशनल अटॉमिक टाइमस्केल के उद्घाटन पर बोले PM मोदी- ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग में टॉप 50 देशों में भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ‘नेशनल एटॉमिक टाइमस्केल’ और ‘भारतीय निर्देशक द्रव्य’ राष्ट्र को समर्पित किया और नेशनल एनवायरमेंटल स्टैंडर्ड लैबोरेट्री की भी आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने वाला है, देश को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। नए साल में भारत में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिली है, यह देश की बहुत बड़ी उपलब्धि है।
पीएम मोदी ने कहा कि CSIR के वैज्ञानिक देश के ज्यादा से ज्यादा छात्रों के साथ संवाद करें , कोरोना काल के अपने अनुभवों को और इस शोध क्षेत्र में किये गए कामों को नई पीढ़ी से साझा करें। इससे आने वाले कल में आपको युवा वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी तैयार करने में बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सर्विसेज की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर हो में या प्राइवेट। प्रोडक्ट्स की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर में हो या प्राइवेट। हमारे क्वालिटी स्टैंडर्ड ये तय करेंगे कि दुनिया में भारत और भारत के प्रोडक्ट्स की ताकत कितनी बढ़े।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों ने एक नहीं दो मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन विकसित करने में सफलता पाई है। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड वैक्सीन कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है। इसके लिए देश को अपने वैज्ञानिकों के योगदान पर बहुत गर्व है। उन्होंने कहा कि देश वर्ष 2022 में अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर रहा है और 2047 में हमारी आज़ादी के 100 वर्ष होंगे। इस दौरान हमें आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों को ध्यान में रखते हुए नए मानकों को गढ़ने की दिशा में आगे बढ़ना ही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि CSIR-NPL भारत का ‘टाइम कीपर’ है यानी भारत के समय की देखरेख और व्यवस्था आपके ही जिम्मे है। जब समय की जिम्मेदारी आपकी है तो समय का बदलाव भी आप से ही शुरू होगा। नए समय का, नए भविष्य का निर्माण भी आप से ही दिशा पाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा देश दशकों से क्वालिटी और मापने के लिए विदेशी स्टैंडर्ड पर निर्भर रहा है लेकिन इस दशक में भारत को अपने स्टैंडर्ड को नई ऊंचाई देनी होगी। इस दशक में भारत की गति, प्रगति, उत्थान, छवि, सामर्थ्य, हमारी क्षमता का निर्माण हमारे स्टैंडर्ड से ही तय होंगे।
उन्होंने कहा कि आज जब देश ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है तो हमें याद रखना है कि इसका लक्ष्य क्वांटिटी भी है लेकिन साथ-साथ क्वालिट भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। हमें दुनिया को केवल भारतीय उत्पादों से भरना नहीं है, हमें भारतीय उत्पादों को खरीदने वाले हर ग्राहक का दिल भी जीतना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग में दुनिया के टॉप 50 देशों में पहुंच गया है, आज बेसिक रिसर्च पर भी जोर दिया जा रहा है।