छत्तीसगढ़न्यूज़राजनीती उठापटक
बलौदाबाजार हिंसा मामले में सियासत थमने का नहीं ले रही है नाम, जमीन पर लेटे आकाश शर्मा को घसीटकर ले गई पुलिस
Chhattisgarh Youth Congress Jail Bharo Andolan: बलौदाबाजार हिंसा मामले में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी का लगातार विरोध कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस ने रविवार को प्रदेश के सभी जिलों में जेल भरो आंदोलन किया। इस दौरान युकां के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा विरोध जताते हुए जमीन पर लेट गये। इस पर पुलिस उन्हें घसीटकर ले गई। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं में जमकर धक्कामुक्की और झूमाझटकी देखने को मिली।
दरअसल, बलौदा बाजार हिंसा मामले में कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर कर जेल में डाल दिया गया है। इसके बाद राजधानी रायपुर में प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गांधी मैदान में एकत्रित होकर रायपुर के केंद्रीय जेल जाने का प्रयास किया और कार्यकर्ताओं ने हमें भी जेल में डालो जैसे नारों के साथ ही मुख्यमंत्री,गृहमंत्री मुर्दाबाद जैसे नारे लगाये।
फिर केंद्रीय जेल की ओर बढ़ने लगे। गांधी मैदान से नगर निगम भवन होते हुए सैकड़ों कार्यकर्ता केंद्रीय जेल की ओर जब जाने लगे तब पुलिस ने मोतीबाग में बैरिकेडिंग लगाकर कार्यकर्ताओं को रोका। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए कार्यकर्ताओं को बलपूर्वक रोका। कार्यकर्ता करीब एक घंटे तक पुलिस के बैरिकेड तोड़कर आगे जाने का प्रयास करते रहे। पुलिस ने मोतीबाग के पास कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया ।
प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस प्रकार बलौदा बाजार प्रकरण पर हमारे कांग्रेस नेताओं को राजनीतिक और षड्यंत्र के तहत विधायक देवेंद्र यादव, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे, एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा और सतनामी समाज के निर्दोष युवाओं को सरकार फंसाने का कार्य कर रही है।
उसके विरोध में हमने पूरे प्रदेश में जेल भरो आंदोलन किया। सरकार असली अपराधियों को पकड़ने में नाकाम हो रही है इसलिए विपक्ष के नेताओं को षड्यंत्र के तहत गिरफ्तार कर रही है। कांग्रेस इस गिरफ्तारी और एफआईआर का विरोध करती है और लगातार हम इसके खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे।
दूसरी ओर इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को काला झंडा दिखाये जाने के प्रयास में पुलिस ने यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव अभिषेक कसार, मन्नु वर्मा, फहीम शेख, आसिफ ख़ान, नवाज खान को गिरफ्तार की थी। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।