नड्डा की सभा में खाली कुर्सियों पर सियासी घमासान: कांग्रेस ने निशाना साधा, बीजेपी ने पलटवार किया
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की सभा में खाली कुर्सियों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी तकरार छिड़ गई है। कांग्रेस ने सभा के दौरान खाली कुर्सियों का वीडियो जारी करते हुए कहा कि जनता अब बीजेपी की “झूठी कहानियां” सुनना नहीं चाहती। वहीं, बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर “बौखलाहट” का आरोप लगाया।
कांग्रेस का आरोप: जनता ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया
कांग्रेस के प्रदेश संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने दावा किया कि बीजेपी ने पंडाल भरने के लिए सरकारी मशीनरी और जनता के पैसों का दुरुपयोग किया, लेकिन फिर भी लोग कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा, “जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ की साय सरकार की 1 साल की उपलब्धियां गिना रहे थे, लेकिन जनता ने उनसे दूरी बना ली। यह सरकार की अलोकप्रियता को दर्शाता है।”
शुक्ला ने यह भी आरोप लगाया कि साय सरकार ने पिछले एक साल में 17 जनकल्याणकारी योजनाएं बंद कर दीं और वादाखिलाफी की। उन्होंने कहा कि “हत्या, लूट, बलात्कार, और डकैती जैसी घटनाओं ने छत्तीसगढ़ की जनता को आहत किया है।”
बीजेपी का पलटवार: कांग्रेस झूठे वीडियो फैला रही है
बीजेपी प्रवक्ता अनुराग अग्रवाल ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने 5 साल में जनता का विश्वास तोड़ा और साय सरकार ने इसे एक साल में बहाल किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस झूठे वीडियो और तस्वीरें जारी कर रही है। कांग्रेस को अपने भीतर झांकने की जरूरत है। उनके प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के सामने गाली-गलौज तक हो रही है, और भूपेश बघेल अपने मनमाने फैसलों से पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।”
अग्रवाल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते।
खाली कुर्सियों का वीडियो बना सियासी मुद्दा
सभा में खाली कुर्सियों का वीडियो सामने आने के बाद दोनों दलों ने एक-दूसरे पर तीखे हमले किए हैं। कांग्रेस का कहना है कि जनता अब बीजेपी की “झूठी बयानबाजी” से तंग आ चुकी है, जबकि बीजेपी ने इसे कांग्रेस की “बौखलाहट और हताशा” करार दिया है।
इस मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है, और दोनों दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।