
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में राशन कार्ड निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। केंद्र सरकार के निर्देश पर हुई जांच में पाया गया कि जिले में कई बाहरी राज्यों के लोगों और आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्तियों ने भी गरीबों के हक का राशन कार्ड बनवा लिया था।
खाद्य विभाग की जांच रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 12 हजार राशन कार्डों की जांच की गई है, जिसमें 2586 कार्ड ऐसे लोगों के नाम पर बने पाए गए जो दूसरे राज्यों के आधार कार्डधारी हैं। वहीं, 229 राशन कार्डधारी विभिन्न कंपनियों के निदेशक निकले हैं। इसके अलावा 2367 ऐसे लोगों के नाम भी सामने आए हैं जिनकी वार्षिक आय 6 लाख रुपये से अधिक है, फिर भी वे सरकारी राशन योजना का लाभ ले रहे थे।
जांच में यह भी सामने आया है कि 5330 राशन कार्ड लंबे समय से निष्क्रिय हैं। अधिकारियों के मुताबिक, अभी तक कुल 2.8 लाख से अधिक कार्डों की जांच बाकी है। प्रशासन ने फर्जी और अपात्र पाए जाने वाले कार्डों को जल्द डिलीट करने की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि पात्र लाभार्थियों को ही योजना का लाभ मिल सके।












