पढऩा लिखना अभियान ‘ -निरक्षरों को साक्षर बनाने की एक मुहिम, अभियान अंतर्गत जिले में शुरू हुआ सर्वे
रायगढ़ । निरक्षरता उन्मूलन के उद्देश्य से ‘पढऩा लिखना अभियान ‘ शासन द्वारा प्रारंभ किया गया है। जिले में कलेक्टर एवं अध्यक्ष (कार्यकारी)जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के कुशल मार्गदर्शन में कार्य योजना तैयार कर क्रियान्वयन प्रारंभ किया जा चुका है। अभियान के अंतर्गत जिले को सत्र 2020-21 में 10 हजार निरक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। लक्ष्य के अनुसार जिले के 9 विकासखण्ड एवं 10 नगरीय निकाय के 158 ग्राम पंचायतों एवं 39 वार्डोे का चिन्हांकन किया गया है। अभियान के अंतर्गत विकासखण्डों में कुशल प्रशिक्षकों का चयन किया गया, जिनको राज्य स्तर से प्रशिक्षित किया गया है। ये कुशल प्रशिक्षक विकासखण्डों में गठित सर्वे दलों को प्रशिक्षित करने का कार्य किये है।
जिले में 9 विकासखण्डों में सर्वे दलों के प्रशिक्षण का काम 13 दिसम्बर तक पूर्ण कर लिया गया है, तदुपरांत यह सर्वे दल 14 दिसम्बर से 19 दिसम्बर तक चिन्हांकित भी होगा। योजना से जुड़े स्वयंसेवी शिक्षकों के प्रशिक्षण हेतु कुशल प्रशिक्षकों का चयन किया गया है, जिनका प्रशिक्षण आगामी दिनों में राज्य स्तर से होगा। यह कार्यक्रम शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में समान रूप से लागू किया जायेगा, जिसमें स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से 4 माह या उससे अधिक अवधि में चिन्हांकित असाक्षरों को लगभग 120 घंटे का अध्यापन कराया जायेगा। तत्पश्चात एनआईओएस के माध्यम से इनका मूल्यांकन भी लिया जायेगा। सफल शिक्षार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा जिससे उनके लिये ‘मुक्त शिक्षा प्रणाली ‘ के माध्यम से आगे शिक्षा प्राप्त करने के रास्ते खुलेंगे।