Relationship Tips: रिलेशनशिप के लिए खतरनाक हो सकता है साइलेंट ट्रीटमेंट, कपल्स को रहना चाहिए इससे दूर

Relationship Tips: मनीषा की अपने पति नागेश से जब भी किसी बात को लेकर तकरार होती है तो वह दो-चार घंटे उससे नहीं बोलती। कभी-कभी तो वह नागेश से इतना ज्यादा नाराज हो जाती है कि दो-तीन दिन बात नहीं करती। वह इस बात को जरा भी नहीं सोचती कि इसका उसके वैवाहिक जीवन पर कितना बुरा असर पड़ सकता है? स्ट्रेस के इस दौर में कपल्स के बीच साइलेंट ट्रीटमेंट (Silent Treatment) यानी चुप्पी- अबोला की टॉक्सिक टेंडेंसी (Toxic Tendency) इन दिनों बढ़ी है। दरअसल, मौजूदा समय में पति-पत्नी अलग-अलग परिस्थितियों की वजह से तनाव में रहते हैं। ऐसे में अगर दोनों में से कोई एक पार्टनर (Partner) गुस्सा, नाराजगी में चुप्पी साध ले तो इससे उनके रिश्तों पर प्रभाव पड़ता है। लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि जहां एक ओर अपनी आशंकाएं, नाराजगी, डर या समस्याएं शेयर करने से मन हल्का होता है, वहीं दूसरी ओर पति-पत्नी के बीच अबोला उनकी रिलेशनशिप (Relationship) और घर के माहौल को बिगाड़ता है। कपल्स को यह समझना चाहिए कि इस तरह साइलेंट ट्रीटमेंट से उनके वैवाहिक रिश्ते (Married Relationship) कमजोर होते हैं।

पड़ता है नकारात्मक प्रभाव कपल्स के बीच गुस्सा जताने का साइलेंट ट्रीटमेंट बहुत कॉमन तरीका है। लेकिन इसका प्रभाव झगड़े से कहीं ज्यादा नुकसानदायक होता है। कम्युनिकेशन स्टडीज के प्रोफेसर पॉल श्रोडेट ने 74 अलग-अलग रिलेशनशिप स्टडीज का रिव्यू किया। इन अध्ययनों में कुल 14000 लोग शामिल थे। अपने गहरे विश्लेषण में उन्होंने पाया कि साइलेंट ट्रीटमेंट से किसी भी रिलेशनशिप को बहुत नुकसान होता है। इसके प्रभाव से कपल्स के बीच इंटीमेसी खत्म होती है। हेल्दी डायलॉग की स्थिति भी नहीं रहती। इस संबंध में साइकोलॉजिकल रिसर्चर जॉन गॉटमैन आगाह करते हैं, ‘भले ही साइलेंट ट्रीटमेंट को विवाद से बचने के लिए इस्तेमाल किया जाता हो, लेकिन इसके पीछे पार्टनर को कंट्रोल करने और सजा देने का ही मूल मकसद होता है। यह संबंधों में एक प्रकार का अवरोध है।’

मेंटल हेल्थ पर असर यह लोग जानते नहीं कि साइलेंट ट्रीटमेंट का असर कपल्स के मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। इस बात की पुष्टि करते हैं रिलेशनशिप थैरेपिस्ट और साइकोलॉजिस्ट सियान खुमैन। उनके अनुसार, ‘साइलेंट ट्रीटमेंट अपने इमोशन के इजहार के सबसे चरम तरीकों में से एक है। चुप्पी की सजा से एंग्जायटी और स्ट्रेस लेवल बढ़ने के साथ-साथ पेट खराब होने जैसी अन्य प्रॉब्लम्स भी हो सकती हैं।’ साइलेंट ट्रीटमेंट ऐसे करें हैंडल सबसे पहले पति या पत्नी दोनों में से किसी एक को अबोले की स्थिति दूर करने का प्रयास करना चाहिए ताकि माहौल को बोझिल होने से बचाया जा सके। इसके लिए साथी से ठंडे मन से बात करके उसे मनाने का प्रयास करें। उसे अपनी नाराजगी प्रकट करने को कहें और वादा करें कि आप भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं दोहराएंगे, जिससे उसके मन को ठेस लगे। अगर आपको पता है कि उनकी नाराजगी किसी सही वजह से है तो सॉरी बोलें और कहें कि आप उनकी भावना की कद्र करती/करते हैं, आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था। यदि आप यह सब ना कर सकें और बच्चे बड़े-समझदार हों तो उनकी मदद लें। परोक्ष रूप से उनके माध्यम से इस बर्फीली शांति को तोड़ने की ईमानदार कोशिश करें। साथ ही पार्टनर को हल्के-फुल्के मूड में देखते ही हंसी-मजाक करते हुए अपने झगड़े को समाप्त करने का आग्रह करें, मुस्कुराते हुए उनसे सुलह कर लें, इससे बात बन जाएगी, दोनों के बीच तनाव कम हो जाएगा।

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