
नियमो को दरकिनार कर फ्लाईएस की हो रही डंपिंग,जिम्मेदार विभाग के अधिकारी बेपरवाह
फ्लाई एस डंप करने वाले लोगों को नहीं है अधिकारियों से भय
रायगढ़ जिले का विकासखंड तमनार औद्योगिक क्षेत्र के रूप में मशहूर है साथ ही साथ यह क्षेत्र अवैध रूप से फ्लाई एस डंपिंग को लेकर आए दिन चर्चा में शुमार रहता है लेकिन दुर्भाग्य की प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में आने के बाद भी कोई भी आलाधिकारी इस क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं इस क्षेत्र में आए दिन बीमारियों का प्रकोप बढ़ते जा रहा है जिसका एक प्रमुख कारण फ्लाई एस का यंत्र तत्र डंप करना भी माना जाता है पर्यावरण की बात करें या जल प्रदूषण की बात करें यह भी क्षेत्र में फ्लाई एस के कारण ही बढ़ता जा रहा है बात करें क्षेत्र में त्वचा रोग श्वास रोग नेत्र रोग आदि कई रोगों का बढ़ना फ्लाई एस ही है जिससे यह क्षेत्र प्रभावित है लेकिन आज तक इस क्षेत्र में फ्लाई एस को लेकर कोई भी अधिकारी का कार्यवाही नहीं करना एक बड़ा सवाल को जन्म देता है जबकि फ्लाई एस परिवहन करने वाली गाड़ियां खुले आम नियमो की धज्जियाँ उड़ाते हुए सड़क मार्ग पर देखे जा सकते है पर जिम्मेदार अधिकारी कुम्भकर्णी निद्रा में सोए हुए है अब देखना यह होगा की छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद लोगों की उम्मीद बढ़ी हुई है की आलाधिकारी फ्लाई एस पर कड़ी निगरानी करते हुए कार्यवाही करेंगे
गेरवानी क्षेत्र में फ्लाई एस का बड़ा खेल
गेरवानी चौक से सरायपाली जाने वाले मुख्य मार्ग में मात्र 500 मीटर से लेकर एक किलोमीटर की दूरी पर सड़क के दोनों तरफ प्लाईएस गिराया गया है जब भी भारी या अन्य वहां वहां से गुजरते है तो धूल का गुबार उठने लगता है इस वजह से आने जाने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है सवाल अभी अभी बनता है कि जब चौक से 500 मीटर से एक किलोमीटर की दुरी फ्लाई एस से अछूता नहीं रहा तो जंगल के अंदर क्या हाल होगा यह भगवान भरोसे ही है
आखिर प्रशासन क्यों नहीं कर रही कार्रवाई
बार-बार प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में फ्लाई एस को लेकर खबर प्रकाशित होने के बावजूद या यू कहे की कई बार इंसान तो इंसान जानवरों को खतरनाक बीमारी होने के कारण और समय मृत्यु भी हो गई है जबकि जानवरों को लेकर कई बार अधिकारियों ने भी माना है कि फ्लाई एस युक्त पानी पीने से जानवरों की मौत हो चुकी है इसके बावजूद भी प्रशासन की कार्रवाई नहीं करना अपने आप में बहुत कुछ ब्याह करता है क्या यूं कहे की प्रशासन के नुमाइदे और कंपनी प्रबंधन पर कार्रवाई करने के बजाय मेहरबान क्यों रहते हैं आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है