
रायगढ़, आपकी आवाज़ सीजी: रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 19, दरोगा पारा में वर्ष 2014 से संचालित एबीएल इंग्लिश मीडियम स्कूल अपने सफर की शुरुआत महज तीन कमरों और केवल दो से तीन दर्जन प्ले ग्रुप बच्चों के साथ की थी।
आसपास के लोगों के मन में प्रारंभ में यह शंका थी कि नया स्कूल होने के कारण पढ़ाई की गुणवत्ता कैसी होगी तथा बच्चों की सुरक्षा और देखभाल के प्रति स्कूल कितना सक्षम होगा
शिक्षकों की लगन लाई सफलता
स्कूल के संचालक श्री वर्मा जी का कहना है कि उनका परिवार शुरुआत से ही शिक्षा क्षेत्र से जुड़ा रहा है। उनके कई परिजन विद्यालय से लेकर महाविद्यालय तक विभिन्न स्तरों पर अध्यापन कार्य में जुड़े रहे हैं।
श्री वर्मा जी की गहरी इच्छा थी कि वे समाज को एक अच्छे शिक्षण संस्थान की सौगात दें। वर्ष 2014 में दरोगा पारा में स्कूल प्रारंभ करना उनके लिए बड़ा जोखिम था, क्योंकि लोग कई तरह की बातें करते थे।
परंतु शिक्षकों की ईमानदार मेहनत, लगन और अभिभावकों के सतत मार्गदर्शन ने इस जोखिम को सुनहरा अवसर बना दिया, जिसका परिणाम है कि आज स्कूल निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है।
अभिभावकों का अटूट विश्वास
श्री वर्मा जी ने आगे बताया कि स्कूल की सफलता में अभिभावकों के भरोसे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। समय-समय पर अभिभावकों, छात्रों और स्कूल प्रबंधन के बीच नियमित बैठकें आयोजित की जाती रही हैं, जिनमें पढ़ाई से जुड़ी समस्याओं एवं सुझावों का समाधान किया जाता है।
इसी विश्वास के कारण नए प्रवेश के समय भी अभिभावक बिना झिझक अपने बच्चों का भविष्य एबीएल स्कूल को सौंपते हैं।
विद्यालय में आयोजित की जाने वाली गतिविधियाँ
आज के आधुनिक समय में शिक्षा को डिजिटल माध्यम से जोड़ना तथा समयानुसार आवश्यक बदलाव करना स्कूल की प्राथमिकता है।
बच्चों का पढ़ाई से मनोबल न घटे, वे ऊबें नहीं इसके लिए स्कूल प्रबंधन अकादमिक एवं रचनात्मक गतिविधियाँ नियमित रूप से आयोजित करता है, जैसे–
साइंस एक्टिविटी
फन मेला
गेम एक्टिविटी
जनरल नॉलेज
ड्राइंग प्रतियोगिता
रंगोली प्रतियोगिता
इनमें विशेष बात है कि कई गतिविधियों में अभिभावकों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाती है, जिससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और उन्हें पढ़ाई का बोझ महसूस नहीं होता।
स्कूल प्रबंधन का लक्ष्य
संचालक श्री वर्मा जी ने बताया
> “हमारा लक्ष्य है कि बच्चों, माता-पिता और स्कूल प्रबंधन के बीच मजबूत तालमेल स्थापित कर शांत व सुरक्षित वातावरण में बेहतर शिक्षा प्रदान की जाए। बच्चों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ माता-पिता और बच्चों के बीच मजबूत संबंध बनाना हमारा मुख्य उद्देश्य है।”
निष्कर्ष
मेहनत, लगन और विश्वास — इन तीनों के संगम ने एबीएल इंग्लिश मीडियम स्कूल को निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाया है।
जैसे शुक्ल पक्ष का चंद्रमा प्रतिदिन बढ़ता है, वैसे ही यह विद्यालय भी दिनोंदिन विकास कर रहा है। आज की तिथि में विद्यालय में 15 कक्षाएँ, तीन बड़े हॉल, खेल मैदान हैं तथा आज कक्षा नर्सरी से लेकर आठवीं तक शिक्षा सुचारु रूप से संचालित की जा रही है।














