
रायगढ़। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से उठी क्षेत्रवाद और जातिवाद की आग अब रायगढ़ तक पहुंच गई है। शहर में एक वीडियो वायरल होने के बाद सामाजिक तनाव गहराता जा रहा है। रायगढ़ के सिंधी समाज के युवक विजय राजपूत उर्फ बिज्जू सिंधी ने कथित तौर पर सतनामी समाज के आराध्य गुरु घासीदास बाबा के प्रति अपमानजनक और अशोभनीय टिप्पणी की, जिसका वीडियो उसने स्वयं सोशल मीडिया पर वायरल किया।
यह वीडियो सिग्नल चौक, जमुना इन बार के सामने का बताया जा रहा है। घटना के बाद सतनामी समाज में भारी आक्रोश फैल गया। अगले ही दिन समाज के सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और रायगढ़ एसपी से मुलाकात कर आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग की। बढ़ते दबाव के बीच चक्रधर नगर पुलिस ने विजय राजपूत और उसके साथियों के खिलाफ गंभीर गैर-जमानती धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।
अमित बघेल के बयान से भड़का विवाद
इस विवाद की जड़ें कुछ दिन पहले दिए गए जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के सुप्रीमो अमित बघेल के बयान से जुड़ी हैं। उन्होंने अग्रवाल और सिंधी समाज को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद रायपुर समेत कई जिलों में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। रायगढ़ में भी दोनों समाजों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अमित बघेल पर कार्रवाई की मांग की थी।
शराब के नशे में दी गालियां, बाद में मांगी माफी
बताया जा रहा है कि विवादित वीडियो वाली रात विजय राजपूत शराब के नशे में था। उसने वीडियो में अमित बघेल के साथ-साथ गुरु घासीदास बाबा पर भी आपत्तिजनक बातें कही थीं। बाद में होश आने पर उसने सोशल मीडिया पर दूसरा वीडियो जारी कर माफी मांगी और कहा कि उसका उद्देश्य केवल अमित बघेल पर प्रतिक्रिया देना था।
शहर में तनाव, पुलिस अलर्ट पर
हालांकि तब तक मामला जंगल की आग की तरह फैल चुका था। सुबह से ही सतनामी समाज के लोग रायगढ़ एसपी ऑफिस और चक्रधर नगर थाना में जुट गए। शाम तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा और युवाओं ने सड़कों पर नारेबाजी की। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए शहर में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है।
 
					












