क्या बीजेपी लोकतंत्र रक्षक सेनानी का भत्ता दोगुना करेगी? अखिलेश यादव ने केंद्र से मांगा जवाब
नई दिल्ली। आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के एक दिन बाद भी इस पर बयानबाजी का सिलसिला जारी है। लगातार बीजेपी के दिग्गज कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल पर निशाना साध रहे हैं। वहीं विपक्ष भी भाजपा पर तंज कसते नहीं चुक रहे। आज लोकसभा सत्र के तीसरे दिन लोकसभा स्पीकर का चुनाव हुआ। दशकों में पहली बार, लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव बुधवार को हुआ क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष में एक उम्मीदवार पर सहमती नहीं बन सकी।
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ओम बिरला को बधाई देते हुए कहा कि मैं आपको बधाई देता हूं और अपने सभी साथियों की ओर से शुभकामनाएं देता हूं। आप जिस पद पर हैं, उससे गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं। हमारा मानना है कि यह बिना किसी भेदभाव के जारी रहेगा और लोकसभा अध्यक्ष आप हर सदस्य और दल को समान अवसर और सम्मान देंगे।
निष्पक्षता इस महान पद की बड़ी जिम्मेदारी है। हम उम्मीद करते हैं कि किसी भी जन प्रतिनिधि की आवाज को दबाया नहीं जाएगा और न ही निष्कासन जैसी कार्रवाई दोबारा होगी विपक्ष में है लेकिन सत्ता पक्ष में भी होना चाहिए। सदन को आपके इशारों पर चलना चाहिए, न कि इसके विपरीत सत्तारूढ़ व्यवस्था और उन्हें अपना पक्ष रखने दीजिए।
वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने आज जो कुछ भी किया है, वह सिर्फ दिखावा है। उस समय (आपातकाल) सिर्फ वे ही जेल नहीं गए थे बल्कि सपा और अन्य नेताओं ने भी उस समय को देखा। हम कब तक अतीत की ओर देखते रहेंगे? क्या बीजेपी लोकतंत्र रक्षक सेनानी को दिया जाने वाला भत्ता बढ़ाएगी?