
— बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने परियोजना को बताया विकास का आधार
— जिंदल समूह के कार्यों की सराहना, औद्योगिक विकास को मिलेगी नई गति
रायगढ़। जिंदल स्टील एंड पॉवर समूह की कंपनी जिंदल पॉवर लिमिटेड को आवंटित गारे–पेलमा सेक्टर-1 कोयला खदान परियोजना की पर्यावरणीय जनसुनवाई सोमवार को तमनार के धौराभाठा बाज़ार परिसर में शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न हुई। जनसुनवाई में आसपास के गांवों के बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और व्यापक समर्थन जताया।
ग्रामीणों ने विश्वास व्यक्त किया कि परियोजना शुरू होने से तमनार, रायगढ़ सहित पूरे क्षेत्र के औद्योगिक और समग्र विकास को गति मिलेगी। उन्होंने जिंदल समूह द्वारा अब तक किए गए सामाजिक एवं अधोसंरचनात्मक विकास कार्यों की भी सराहना की।

परियोजना से जुड़े तथ्य और प्रक्रिया
गारे–पेलमा सेक्टर-1 कोल ब्लॉक का आवंटन भारत सरकार के कोयला मंत्रालय द्वारा किया गया है। पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु जनसुनवाई की तिथि 8 दिसंबर 2025 तय की गई थी।
जनसुनवाई अतिरिक्त कलेक्टर अपूर्व टोप्पो और छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के नरेन्द्र सिंह मालवीय की उपस्थिति में सुबह 11 बजे शुरू हुई।
जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा कानून-व्यवस्था बनाए रखने को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
ग्रामीणों ने एक स्वर में जताया समर्थन
जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि—
- जिंदल समूह ने तमनार और रायगढ़ जिले के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- कंपनी ने सीएसआर गतिविधियों के तहत मूलभूत जरूरतों, अधोसंरचना और रोजगार के अवसरों का विस्तार किया है।
- पर्यावरण संरक्षण के बेहतर प्रयासों से पूरे क्षेत्र को लाभ मिला है और नई खदान शुरू होने से इसमें और सुधार होगा।
कंसलटेंट टीम ने भी परियोजना के लाभों और रोजगार संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
कुछ विरोध के प्रयास नाकाम
जनसुनवाई के दौरान कुछ तत्वों ने ग्रामीणों को भड़काने और प्रक्रिया बाधित करने की कोशिश की, लेकिन जिला प्रशासन की चौकस व्यवस्था और जनता के मजबूत समर्थन के कारण उनकी सभी कोशिशें नाकाम रहीं।
जिंदल पॉवर ने ग्रामीणों का जताया आभार
कंपनी ने जनप्रतिनिधियों और सभी ग्रामीणों को धन्यवाद देते हुए कहा कि—
“अंचल के विकास के लिए जिंदल समूह प्रतिबद्ध है। ग्रामीणों के सहयोग से ही यह जनसुनवाई सफल हो सकी। परियोजना शुरू होने पर क्षेत्र के विकास को नई दिशा और रफ्तार मिलेगी।”














