अपमान का घूंट पीकर भी कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ चौलेश्वर सक्ती नगर अध्यक्ष को बदल नहीं पाए… एक नेता को खुश करने पूरे नगर कांग्रेस संगठन को दांव पर लगा रही कांग्रेस…
सक्ती। नगर में अब कांग्रेसियों की गुटीय राजनीति सीधे तौर पर देखने को मिल रही है। एक ओर जहां कांग्रेस अपने आप को संगठित पार्टी कहने का दावा करती है वहीं दूसरी ओर नगर में कांग्रेस और महंत समर्थक आपस में एक दूसरे से बड़े होने का दावा पेश करते नजर भी आते है।
प्रदेश में हर कार्यक्रम और मंच के माध्यम से कांग्रेस के दिग्गजों को यह कहते सुना जाता है कि प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार सिर्फ कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और लगन से बनी है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले डॉ चरणदास महंत की कर्मभूमि सक्ती नगर में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा लगातार देखने को मिल रही है। साथ ही महंत समर्थकों के एक गुट ने ब्लॉक कांग्रेस संगठन के अंदर अपना वर्चस्व स्थापित कर रखा है। एक उदाहरण यह भी है कि 8 जनवरी को जिला कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर जांजगीर में नवमनोनित ब्लॉक व नगर कांग्रेस अध्यक्षों का शपथ व कार्यभार ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया था लेकिन इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम से सक्ती नगर अध्यक्ष पूरी तरह से दूर सिर्फ इसलिए रहे कि यह कार्यक्रम जिला कांग्रेस के बैनर तले था। जब भी जिला अध्यक्ष चौलेश्वर चंद्राकर सक्ती नगर आते हैं तो नगर अध्यक्ष उनसे मिलना तो दूर कार्यक्रम में भी शामिल नहीं होते। बावजूद इसके सिर्फ डॉ महंत को खुश रखने के लिए दुबारा त्रिलोकचंद जायसवाल को नगर कांग्रेस की कमान दी गई। लेकिन हठी त्रिलोकचंद जायसवाल ठीक जिला कांग्रेस के कार्यक्रम के दिन संगठन के काम को छोड़ सिर्फ अपने नेता से मिलने रायपुर चले गए। जबकि जिले नवनियुक्त सभी ब्लॉक और नगर कांग्रेस अध्यक्ष अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। कब नगर में चर्चा भी गर्म है कि चौलेश्वर चंद्राकर सिर्फ एक नेता को खुश रखने के लिए नगर कांग्रेस संगठन में निष्क्रिय भूमिका में रहे नगर अध्यक्ष को महत्व दे रहें है। जबकि नगर अध्यक्ष लगातार जिलाध्यक्ष का अप्रत्यक्ष रूप से अपमान करते आ रहे है।