आईएसबीएम विवि में संचार शैली पर संगोष्ठी

छुरा गरियाबंद भूपेंद्र गोस्वामी आपकी आवाज संपर्क सूत्र=8815207296

छुरा-आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा (कोसमी) छुरा, गरियाबंद छत्तीसगढ़ में कला एवं मानविकी संकाय के अंग्रेजी विभाग द्वारा संचार शैली पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता विषय विशेषज्ञ डॉ.ए.विजयआनंद , एसोसिएट प्रोफेसर अंग्रेजी विभाग कलिंगा यूनिवर्सिटी रायपुर थे। उन्होंने ने अपने उदबोधन में कहा कि संचार को परिभाषित करते हुए बताया कि संचार के लिए दो लोगों की आवश्यकता पड़ती है। अच्छे संचार शैली के लिए भाषायी ज्ञान, शब्दकोश, उच्चारण एवं वाक्यों की जानकारी होना जरूरी है। संचार माध्यम दो प्रकार से होते है, औपचारिक एवं अनौपचारिक। संचार के माध्यमों में अनेक रुकावट भी आते हैं। जिसके कारण कभी कभी वक्ता अपने बातों से सामने वाले को समझा नहीं पाते। अच्छे संचार शैली से हम श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर अपने विचारों से सहमत करा सकते हैं। संचार कई स्तरों पर (एक एकल कार्रवाई के लिए भी), कई अलग अलग तरीकों से होता है और अधिकतम प्राणियों के लिए, साथ ही कुछ मशीनों के लिए भी .यदि समस्त नहीं तो अधिकतम अध्ययन के क्षेत्र संचार करने के लिए ध्यान के एक हिस्से को समर्पित करते हैं, इसलिए जब संचार के बारे में बात की जाए तो यह जानना आवश्यक है कि संचार के किस पहलू के बारे में बात हो रही है। संचार की परिभाषाएँ श्रेणी व्यापक हैं, कुछ पहचानती हैं कि पशु आपस में और मनुष्यों से संवाद कर सकते हैं और कुछ सीमित हैं एवं केवल मानवों को ही मानव प्रतीकात्मक बातचीत के मापदंडों के भीतर शामिल करते हैं। संगोष्ठी का आयोजन एवं संचालन डॉ गरिमा दिवान एसोसिएट प्रोफेसर अंग्रेजी एवं विभागाध्यक्ष कला एवं मानविकी संकाय द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापित मुकूल ठाकुर सहायक प्राध्यापक द्वारा किया गया। संगोष्ठी के सफल आयोजन में डॉ. भूपेंद्र कुमार साहू, डॉ . डायमंड साहू, डॉ. संदीप साहू, अश्विनी साहू एवं प्रीतम साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही। संगोष्ठी के सफल आयोजन हेतु विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, कुलपति, कुलसचिव एवं संयुक्त कुलसचिव तथा अकादमिक अधिष्ठाता ने शुभकामनाएं दीं।

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