ऐसा रहा तो बैठक में ही नहीं आऊंगा, कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में संगठन पर भड़के मुख्यमंत्री बघेल
रायपुर प्रदेश कांग्रेस की कार्य समिति की बैठक में संगठन को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नाराजगी का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री संगठन के कामकाज को लेकर असंतुष्ट नजर आए। समन्वय समिति की बैठकों में होने वाले फैसलों पर अमल नहीं होने पर उन्होंने गहरी नराजगी जाहिर की। नाराज बघेल ने यहां तक कह दिया कि ऐसा रहा तो बैठक में ही नहीं आऊंगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक की शुरुआत में प्रदेश प्रभारी पुनिया ने प्रश्न किया कि बैठक के लिए 30 जून का समय तय किया गया था तो आज क्यों हो रही है। इस पर उत्तर आया कि 30 जून को मुख्यमंत्री उपलब्ध नहीं थे। कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने जिलों में होने वाली बैठकों को लेकर प्रश्न उठाया।
मुख्यमंत्री ने पूछा कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के अध्यक्ष को अब तक क्यों नहीं हटाया
वहीं, मुख्यमंत्री ने नाराजगी भरे लहजे में पूछा कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के अध्यक्ष को अब तक क्यों नहीं हटया गया, क्या सीएम ने कहा है। इसके बाद उन्होंने बूथ अध्यक्ष व कमेटियों की सूची नहीं देने को लेकर भी प्रश्न किया। बघेल ने कहा कि बैठक में यह तय किया गया था कि बूथ अध्यक्ष व कमेटियों की सूची विनोद वर्मा को दी जाएगी।
बीआरओ की सूची तैयार है तो संगठन ने जारी क्यों नहीं की
इसके बाद भी नहीं दी गई। बीआरओ की सूची तैयार है तो संगठन ने जारी क्यों नहीं की। समन्वय समिति की बैठक में पहले जो फैसले लिए गए थे उसे अनुमोदन के लिए एआइसीसी को नहीं भेजे जाने पर भी बघेल ने नाराजगी जाहिर की।