
छत्तीसगढि़या ओलंपिक का हुआ समापन
मानव जीवन में शारीरिक विकास के साथ खेल होना अनिवार्य – मृत्युजंय पाण्डेय
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के आव्हान पर राज्य में छत्तीसगढि़या ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शहर, नगर व ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है। इसी तारतम्य में नगर पंचायत लवन में भी लवन के प्रतीक्षा बस स्टैण्ड में राजीव युवा मितान क्लब के तत्वाधान में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में छत्तीसगढि़या ओलंपिक का आयोजन किया गया था। इस ओलंपिक के माध्यम से सभी बच्चों से लेकर बुजूर्गो को खेल में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। जिन्हें लगता था कि खेल एक उम्र की सीमा तक ही खेली जा सकती है, आज वे भी इस ओलंपिक में शामिल होकर अत्यंत ही उत्साहित नजर आये। इस प्रतियोगिता में प्रथम आने वाले प्रतिभागी लंगड़ी दौड़ में सत्या वर्मा, रवि साहू, रस्साकसी में रमेश एवं साथी, चांदनी, गेड़ी दौड़ में अमृत लाल कोसले, लम्बी दौड़ में जोसेफ घृतलहरे, रेशमी बंजारे, कबड्डी मीना साहू एवं साथी भावेश बंजारे एवं साथी ने प्रथम स्थान पर कब्जा किया। वही, समापन कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मृत्युजंय पाण्डेय, देवीलाल बार्वे, कांति मनहरे, बनवारी बार्वे, प्रशांत पाण्डेय, राजकुमारी बघेल पहुंचे हुए थे इस मौके पर पार्षद मृत्युजंय पाण्डेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पुराने खेलो को पुनः बढ़ावा देने की महता है। मानव जीवन में शारीरिक विकास के साथ खेल होना अनिवार्य है। आज के दौर में बच्चे मोबाइल कम्प्यूटर में ज्यादा गेम खेलते है। शारीरिक विकास के लिए खेलों की ओर ध्यान नहीं देते। व्यक्ति को शारीरिक विकास बनाये रखने के लिए खेल कूद बहुत ही जरूरी है।