छोटी सी गलती और महिला के बैंक अकाउंट से उड़े लाखों रुपये, आप भी हो सकते हैं अगला शिकार- इसलिए ध्यान…

देश (India) में पिछले दो वर्षों में कोरोना काल में डिजिटल लेनदेन (digital transactions) में भारी वृद्धि देखी गई है। इसके साथ-साथ साइबर क्राइम (cyber crime) और ऑनलाइन फ्रॉड (online fraud) के मामले भी काफी बढ़ गए हैं। साइबर अपराधियों द्वारा दूसरों की कमाई चुराने की कई घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। साइबर अपराधी (Cybercriminals) दूसरे लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे निकालने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। ऐसा ही एक वाकया देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से सामने आया है। साइबर ठगों ने मुंबई की एक निजी कंपनी में अकाउंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत एक 34 वर्षीय महिला के बैंक अकाउंट से 2 लाख 85 हजार रुपये निकाल लिए हैं। इसके लिए चोरों ने फिशिंग लिंक का इस्तेमाल किया। फ़िशिंग लिंक एक नकली लिंक है जो बिल्कुल वास्तविक लिंक की तरह दिखता है। महिला ने जैसे ही उस लिंक पर क्लिक किया, हैकरों ने उसका फोन हैक कर लिया और उसके खाते से सारे पैसे ले निकाल लिए। महिला ने 16 मई 2022 को मुंबई के सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।

महिला इस तरह बनी साइब ठगों का शिकार पुलिस के अनुसार, महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि वह 9 मई को विलेपार्ले (पश्चिम) स्थित अपने कार्यालय में काम कर रही थी। उसी समय उसके फोन पर एक लिंक वाला टेक्स्ट मैसेज आया। इस मैसेज में उन्हें अपना पैन कार्ड अपडेट करने के लिए कहा गया। महिला ने सोचा कि यह एक बैंक संदेश है। तो उसने लिंक पर क्लिक किया। बाद में, एक फर्जी एचडीएफसी बैंक वेबपेज खुल गया। वहां उसे अपना यूजर आईडी और पासवर्ड डालने के लिए कहा गया। जैसे ही उसने इसे छेड़ा तो उसके फोन पर ओटीपी आया। फिर उससे उसका ओटीपी और पैन नंबर मांगा गया। महिला ने जैसे ही अपना ओटीपी और पैन कार्ड डिटेल डाला, उसके बैंक खाते से 2.85 लाख रुपये निकाल लिए गए। यह संदेश देखकर महिला हैरत में पड़ गई कि उसके खाते से पैसे निकल गए हैं। महिला ने फोरन बैंक को फोन किया और खाते को ब्लॉक करा दिया। इसके बाद उन्होंने थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस घटना के बाद पुलिस ने एक बार फिर नागरिकों से एहतियात बरतने की अपील की है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक साइबर फ्रॉड के पीछे यूजर्स की लापरवाही मुख्य कारण है। ध्यान दें कि कोई भी बैंक ऐसा लिंक फोन पर नहीं भेजता है या पैन या आधार अपडेट करने के लिए किसी को कॉल नहीं करता है। अगर आपके पास ऐसा कोई कॉल या मैसेज या लिंक आता है तो उस पर क्लिक न करें वरना साइबर चोर आपको धोखा देंगे।

 

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