
ठंड की शुरूआति दिन ही विशेष पिछड़ी कमार जनजाति दिव्यांग महिला को गर्म कपड़े भेट करने पहुंचे समाजसेवी

छुरा गरियाबंद
भूपेंद्रगोस्वामी आपकी आवाज
छुरा:-आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र छुरा मुख्यालय के अंतिम छोर में बसे गांव ढुनढुनीपानी विशेष पिछड़ी कमार जनजाति लोगों के बीच पहुंचकर मनोज पटेल रेड क्रॉस सोसाइटी संरक्षक सदस्य ने बहुत ही गरीब दिव्यांग वृद्ध महिला मनिहारीन बाई को गर्म कपड़े मिठाई भेंट कर सम्मान किया।
दोनों आंखों की रोशनी ना होने के बाद भी अपनी बास की पुरखौती टुकनी झेझरी बनाकर अपना जीवन चलाते आ रही है।
जिन्हें आज तक पक्का घर भी नसीब नहीं हुआ।
झोपड़ी में अपनी पूरा जीवन बिता चुके अब उनके बच्चों के बच्चों की जान को सर्प का काफी खतरा बना हुआ है।
विडंबना शासन-प्रशासन दावे तो बड़ी-बड़ी करती है।
शासन का माने तो लोगों के स्वास्थ्य के लिए कई तरह के योजनाएं संचालित है। करोड़ों की राशि खर्च कर रहा है, कि हर अंतिम व्यक्ति तक इस योजनाओं को पहुंचाने हर संभव प्रयास कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर में बसे ग्रामीणों ने बताया कि हमें स्वास्थ्य सुविधा के लिए अपने नजदीकी गांव जाना पड़ता है। गांव गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैं, पर यहां उप स्वास्थ्य केंद्र नजर नहीं आया।
*वर्तमान सरकार अपने सीना चौड़ा कर बोलती है, कि *मुख्यमंत्री शहरी इस्लाम स्वास्थ्य योजना* हर मोहल्ला हर बस्ती में पहुंच रहा है, लेकिन जहां इसकी आवश्यकता है और जरूरत है वहां नहीं पहुंच पा रही।
जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है।
उनके स्वास्थ्य में कमजोरी होने के बाद भी अपनी जीवन चलाने के लिए दिव्यांग वृद्ध महिला को मेहनत करना पड़ता है।
यह स्थिति देखकर गरियाबंद जिले के समाजसेवी मनोज पटेल रेखराम ध्रुव अखिल पांडे शासन प्रशासन से नाराजगी जाहिर की।