
नवा रायपुर में मौत की रफ्तार, 150 में दौड़ती मिली कार
रायपुर. नवा रायपुर की सड़कों पर हवा की रफ्तार से मौत बनकर लग्जरी कार से बाइक तक दौड़ रही हैं। इनमें न सिर्फ प्राइवेट लग्जरी कार बल्कि सरकारी गाड़ियां भी शामिल हैं। यही वजह है, अक्सर नवा रायपुर की सड़कें बेगुनाहों के खून से लाल हो रही हैं। इसका खुलासा स्पीड मापने लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से हुआ है। रोज करीब 10 से 15 गाड़ियां निर्धारित से दोगुनी रफ्तार में दौड़ती हैं। सबसे अहम है, कुछ गाड़ियों की रफ्तार 131 से 150 किमी प्रति घंटे कैमरे में कैद हुई हैं। मौत की रफ्तार देख ट्रैफिक पुलिस के अफसर भी हैरान हैं। दरअसल, नवा रायपुर में अब ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है। यहां अधिकांश हादसे ओवर स्पीड के कारण होते हैं। इसलिए यहां कैमरे लगाकर वाहन के रफ्तार की निगरानी की जा रही है। अब ओवरस्पीड में दौड़ने वाले वाहनों के मालकों को ई-चालान भी भेजा जा रहा है।
11 चौराहों पर लगाए गए हैं 40 कैमरे अफसरों के मुताबिक नवा रायपुर के सबसे व्यस्त 11 चौराहों पर 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ये सभी कैमरे नाइट विजन हैं, जिसमें रात के समय भी आसानी से निगरानी की जा रही है। सबसे खास बात यह है, इन कैमरों में स्पीड मापने स्पीड मीटर भी लगा है। कैमरे के सामने आते ही वाहनों की रफ्तार ऑटोमेटिक रिकॉर्डिंग होती है। साथ ही, ऑटोमेटिक ई-चालान जनरेट होता है। 65 किमी प्रति घंटे रफ्तार निर्धारित अफसरों के मुताबिक नवा रायपुर की सड़कों पर वाहनों की रफ्तार निर्धारित है। इन सड़कों पर वाहनों के दौड़ने की अधिकतम रफ्तार 65 किमी प्रति घंटे है। ये रफ्तार चार पहिया से लेकर मालवाहन तक के लिए निर्धारित है। वहीं, बाइक की रफ्तार भी 50 किमी प्रति घंटे निर्धारित है। इससे अधिक रफ्तार से वाहन चलाना ट्रैफिक नियम का उल्लंघन है। हर महीने 300 तोड़ रहे नियम जानकारी के मुताबिक नवा रायपुर की सड़कों पर रोज 10 से 15 गाड़ियां दौड़ती हैं, जिनकी रफ्तार 120, 130 से लेकर 150 किमी प्रति घंटे होती है। इस हिसाब से महीनेभर 300 से 450 वाहन ट्रैफिक नियम ताेड़ते हैं। ई-चालन भेज दिए नवा रायपुर में निर्धारित रफ्तार से अधिक स्पीड में कार और बाइक दौड़ती हैं। 131 से 150 किमी तक गाड़ियाें की रफ्तार स्पीड मीटर में कैद हुई हैं। सभी वाहनों के ई-चालान मालिकों को भेज दिए गए हैं।