
नाबालिक बच्चे ने अपने मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखकर 10 वर्षीय बालिका के साथ किया अनाचार,आरोपी गिरफ्तार
दिनेश दुबे
आप की आवाज
बेमेतरा पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हत्या का मामला सुलझाया
बेमेतरा=पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग आनंद छाबडा (भा.पु.से.) के दिषा निर्देषन पर पुलिस अधीक्ष सूरज सिंह परिहार (भा.पु.से.) के मार्गदर्षन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल के नेतृत्व में बेमेतरा पुलिस ने 10 वर्ष की बालिका के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई।
प्रकरण का विवरण इस प्रकार है कि 26.11.2022 को पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की 10 वर्ष की बालिका के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किया गया है। जिस पर पुलिस के द्वारा मर्ग पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं घटना स्थल के निरीक्षण पर यह जानकारी प्राप्त हुआ की मृतिका के साथ दुराचार कर हत्या किया गया है। जिस पर धारा 450, 376, 376 ए,बी, 302, 201 भा.द.वि. एवं 4, 6 पाक्सो एक्ट के तहत् अपराध पंजीबध्द किया गया। मामले की संवेदनषीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बेमेतरा द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम में एसडीओपी बेमेतरा मनोज तिर्की, थाना प्रभारी बेमेतरा अंबर सिंह भारद्वाज, थाना एवं सायबर सेल के स्टाफ सम्मिलित रहे। टीम के तत्काल मौके पर पहुंचकर विवेचना कार्यवाही प्रारंभ किया। विवेचना के दौरान आस पास के लोगों से पूछताछ करने पर पुलिस को पडोस के एक लड़के सुनील (बदला हुआ नाम) पर शक हुआ। जिस पर पुलिस ने विधिक प्रावधानों का पालन करते हुए सुनील से पूछताछ की, जिस पर सुनील ने अपना गुनाह कबुल करते हुए बताया की मैं मोबाइल में अष्लील वीडियो देखने का आदि हूं, उस दिन आवेष में आकर अपने पडोसी सुषीला (बदला हुआ नाम) को उसके घर में जाकर बलपूर्वक पकड़कर जोर जबरजस्ती कर दुराचार किया, जो सुषीला के विरोध करने पर चुनरी से सुषीला का नाक मुंह दबा दिया जिससे सुषीला बेसुध हो गई और उसी चुनरी से फांसी का फंदा बनाकर कपडा सुखाने वाली बांस पर टांग दिया उसके बाद मैं छत के रास्ते से अपना घर चला गया। विधि से संघर्षरत बालक द्वारा अपना जुर्म कबूल करने पर विधिवत् निरूध्द कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेष किया गया। जहां से न्यायिक रिमाण्ड मिलने पर बाल सम्प्रेक्षण गृह दुर्ग दाखिल कराया गया।
*उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी बेमेतरा निरीक्षक अंबर सिंह भारद्वाज, सायबर सेल प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अरविंद शर्मा, प्रधान आरक्षक रामेष्वर माण्डले, मोहित चेलक एवं थाना बेमेतरा के प्रधान आरक्षक रविन्द्र तिवारी, नोहर यादव, गोपाल ध्रुव, महेन्द्र शर्मा की सक्रिय भुमिका रही।