दुर्ग. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने का दावा पुलिस ने किया है. पुलिस का दावा है कि हत्या के मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी मृतक के सहकर्मी हैं. वे एक ही कंपनी में साथ में काम करते थे. पुलिस के मुताबिक मृतक आरोपियों की बार-बार शिकायत करने से वे नाराज थे, इसके चलते ही हत्या जैसी संगीन वारदात को उन्होंने अंजाम दिया. वारदात के बाद साक्ष्य छिपाने का प्रयास भी आरोपियों ने किया. हत्या कर आरोपी फरार हो गए थे, जिन्हें विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के बाद गिरफ्तार किया गया है.
दुर्ग पुलिस के मुताबिक बीते 22 मई को जामुल थाना अंतर्गत खेरधा गांव में एक अज्ञात युवक का शव पड़ा मिला था. शव अर्थनग्न अवस्था में व जला हुआ था. युवक की कलाई पर मनोज मेहर लिखा गोदना गुदा था. शव को बरामद कर पुलिस ने जांच शुरू की. पूछताछ में पता चला कि मृतक को शनिवार की शाम को गांव के ही दो युवकों रवि उर्फ मानसिंह टंडन व पुनीत धृतलहरे के साथ देखा गया था. इसके बाद पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू की. रवि उर्फ मानसिंह के घर पूछताछ के लिए पहुंची पुलिस के सामने हैरान करने वाले तथ्य मिले.
इस तरह की वारदात
रवि के भाई के ज्ञान सिंह ने पुलिस को बताया कि उसका भाई मान सिंह और पुनित रायपुर की श्याम कंपाउंड में एक साथ काम करते हैं. मनोज भी उनका सुपरवाइजर था. शनिवार को रवि ने उसे फोन कर रायपुर बुलाया और दो बाइक में रवि, पुनीत, ज्ञान सिंह व मनोज साथ में खेरधा पहुंचे. इसके बाद ज्ञान सिंह को घर पर छोड़ तीनों कहीं घूमने चले गए. सुबह ज्ञान सिंह को पता चला कि मनोज का शव खेत में पड़ा हुआ है. बीते रात से ही रवि और पुनीत अपने घर नहीं लौटे हैं. पुलिस की टीम तीनों के कार्य स्थली श्याम कंपाउंड पहुंची. वहां दस्तावेजों की जांच में पता चला कि मृतक का असली नाम मनोज मारकंडेय है, जिसकी उम्र 30 वर्ष है. पुलिस को यहीं पता चला कि रवि और पुनीत से उसकी नोकझोक थी.
इधर भिलाई में पुलिस को एक मुखबिर ने बताया कि गांव के सुलभ शौचालय के पीछे रवि और पुनीत छिपे हैं. पुलिस की टीम ने वहीं से दोनों को हिरासत में लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मनोज उनकी बार-बार शिकायत बॉस से करता था. साथ ही उनसे गाली-गलौच कर बार-बार नौकरी से निकलवाने की धमकी भी देता था, जिससे वे परेशान थे. इसलिए ही उन्होंने वारदात को अंजाम दिया. शराब पार्टी के बहाने लेकर आए और बांस से मारकर उनकी हत्या कर दी. इसके बाद साक्ष्य छिपाने के लिए शव पर मिट्टी तेल डालकर उसे जला दिया.