भूतों ने भगाया Corona का डर! तांत्रिक डंडों और मंत्र जाप से हो रहा ‘समाधान’

जानकारी के अनुसार, बगहा मुख्यालय से मात्र दस किमी की दूरी पर गोबरहिया स्थान पर ‘अंधविश्वास’ झाड़-फूक का तांत्रिक पूजा पाठ चल रहा है. इसमें सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत इस तांत्रिक स्थान पर सरकार की तमाम गाइडलाइन की धज्जियां उड़ रही है. सूबे के एक मात्र Valmiki Tiger Reserve के इक्को टूरिज्म को भी बन्द कर दिया गया है. मां मदनपुर माई के स्थान सहित नरदेवी जटाशंकर कौलेश्वर स्थान सभी बंद है लेकिन यह भूतों का स्थान गोबरहिया में चल रहा है. यहां भूतों का जमघट लगा हुआ है.बता दें कि चैत्र नवरात्र में हर साल यंहा काफी भीड़ होती है. यंहा पूजा के नाम पर झाड़-फूक, भूत भगाने का पूजा पाठ चलता है. महिलाएं, युवतियां और पुरुष के ऊपर भूत चढ़े रहते है. जिन्हें पूजा पाठ के जरिए उतारा जाता है. 21वीं सदी के भारत मे ऐसे मंजर देख विज्ञान भी शर्मसार हो जाएगा. हर तरफ महिलाएं, युवतियां बाल खोल झूमती नजर आती हैं, धरती पर लोटती नजर आती हैं, कीचड़ में नहाती हैं, तांत्रिक डंडे से भूत उतारता है, तरह-तरह के मंत्र जाप किए जाते है, हवन होता है.ऐसे मंजर देख इस स्थान पर एक बार कोई भी डर जाएगा. तरह-तरह की इनकी आवाजे आम लोगों के दिलों में डर और भय पैदा करने के लिए काफी है. यंहा पर यूपी के कुशीनगर, महराजगंज गोरखपुर गोंडा बस्ती के लोग आते है. यहां सिर्फ और सिर्फ भूत आते है. अष्टमी और नवमी की रात को भूतों की ताकत काफी बढ़ जाती है. तांत्रिक की मानें तो नवमी को निशा पूजा के दौरान इंसान पर आए भूत प्रेत को भगा दिया जाता है. यह धारणा 21वीं सदी में जिंदा है और तो और कोरोना काल मे भूतों का मेला लगा हुआ है और बगहा प्रशासन को भनक तक नहीं है.इधर, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों पर रोक लगा दी है. हर जगह इसका पालन किया जा रहा है लेकिन बगहा में गोबरहिया स्थान पर सरकार की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है. क्योंकि यंहा पर भूतों का मेला लगता है और इन भूतों से बगहा के एसपी और एसडीएम भी डरते है. इसलिए इस स्थान पर अभी तक बगहा प्रशासन की तरफ से कोई दिशा निर्देश नही दिए गए है.

 

यंहा बदस्तूर चैत्र नवरात्र के पहले दिन से ही भूतों का मेला लगा हुआ है. आस-पास के लोग डरे सहमे हुए है कि इस कोरोना काल मे दूर-दूर से लोग आए है, भीड़ जुटी हुई है. अगर कोई संक्रमित होगा तो संक्रमण ग्रामीण इलाकों में भी फैल जाएगा. यह स्थान वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आता टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आता है बगल में गांव भी है और गांव पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है और पुलिस-प्रशासन बेखबर है.

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